सिमडेगा: इसाई धर्मावलंबियों का चालीसा काल राख बुधवार से प्रारंभ हुआ। शहर के सामटोली स्थित संत अन्ना महागिरजाघर में उपवास,विनती व परहेज के साथ-साथ राख बुधवार के मौके पर विशेष मिस्सा अनुष्ठान प्रारंभ हुआ।धर्मविधि के दौरान वेदियों से श्रृंगार के फूल हटा लिए गए एवं लोगों को प्रभु यीशु के बताए मार्ग पर चलने को कहा गया। इस कार्यक्रम के दौरान सभी विश्वासियों को चालीसा काल के दौरान 40 दिनों तक पूरी निष्ठा के साथ आध्यात्म एवं तपस्या संबंधी नियम को पालन करने को कहा गया। साथ ही एक दूसरे की भलाई करने को कहा गया।
नशापान समेत अन्य बुराईयों से दूर रहने को कहा गया। इधर बुधवार को तीन बार मिस्सा अनुष्ठान किया गया। पहला मिस्सा सुबह 5:30 बजे बिशप स्वामी विसेंट बरवा ने कराया। मौके पर फा. तोबियस ने उनका साथ दिया। इधर उपस्थित धर्मावलंबियों को संबोधित करते हुए विसेंट बरवा ने कहा कि चालीसा काल आध्यात्मिक मार्ग का द्वार है।चालीसा काल हमें ईश्वर की खोज के लिये प्रेरित करता है. इसके माध्यम से लोग विनती,प्रार्थना,त्याग,तपस्या व दूसरों की मदद कर पुण्य कमा सकते हैं। उन्होंने पहले दिन का विषय ऐ मनुष्य, याद रख कि तू मिट्टी है और मिट्टी में मिल जाएगा का सार समझाया कि यह जीवन एक दिन राख के समान होगा।
इसीलिए जीवन की सार्थकता को समझते हुए प्रभु यीशु के बताए मार्ग को अपनानी चाहिए। विदित हो कि चालीसा काल के दौरान प्रत्येक शुक्रवार को तीन बार क्रमश: सुबह 9 बजे, दोपहर में 1:30 बजे तथा संध्या में 4:30 बजे क्रूस रास्ता की प्रार्थना की जाती हैं।..
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