कोलकाता में सम्मानित हुए सोनभद्र के होम्योपैथिक चिकित्सक
होम्योपैथी से असाध्य रोगों का इलाज संभव- डॉक्टर कुसुमाकर श्रीवास्तव
कोलकाता में हुआ दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन।
सोनभद्र के होम्यो चिकित्सकों ने किया प्रतिभाग।
दीर्घ अवधि के लिए चिकित्सकों को किया गया सम्मानित।
सोनभद्र। होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को पूरे विश्व में प्रचार- प्रसार के लिए आदर्श होम्योपैथिक कल्याण संगठन, पश्चिम बंगाल राज्य शाखा द्वारा रविवार को कोलकाता की मौलाली युवा केंद्र में आयोजित होम्योपैथी चिकित्सा की एक तर्कसंगत प्रणाली विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में सोनभद्र के हैनीमैन कहे जाने वाले, जयप्रभा होम्योपैथ सेवा सदन के संस्थापक डॉक्टर जयराम लाल श्रीवास्तव के पुत्र एवं पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कुसुमाकर श्रीवास्तव ने होम्योपैथ चिकित्सा पद्धति पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि-"इस चिकित्सा प्राणी में असाध्य रोगों का इलाज संभव है। मरीजों का विश्वास होम्योपैथी दवाइयों एवं अपने चिकित्सकों पर होनी चाहिए। अन्य चिकित्सा प्राणाली की तुलना में यह पैथी सस्ती सुलभ और कारगर है, मीठी- मीठी गोलियों मे रोगियों को निरोग बनाने की क्षमता है। इस प्रणाली से विश्व भर में मरीजों के असाध्य रोगों को ठीक किया जा रहा है, इसके लिए पूरी दुनिया के होम्योपैथ चिकित्सक इस प्रणाली जनक डॉक्टर हैनीमैन के ऋणी हैं जिन्होंने विश्व को सस्ता, सुलभ चिकित्सा प्रणाली प्रदान किया।"'
सेमिनार में सोनभद्र के होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर कुसुमाकर श्रीवास्तव, डॉक्टर सीवी पांडे, डॉ रवि कुमार मिश्रा, डॉ प्रकाश श्रीवास्तव को आदर्श होम्योपैथिक कल्याण संगठन के अध्यक्ष जेएन सिंह "रघुवंशी",सचिव डॉक्टर एस रघुरंजन, कार्यकारी अध्यक्ष आरएन सिंह द्वारा होम्योपैथ चिकित्सा के क्षेत्र में दीर्घा अवधि तक सेवा कार्य के लिए माल्यार्पण कर स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्रम, प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सोनभद्र की होम्योपैथिक चिकित्सको के सम्मानित होने पर सोनभद्र के चिकित्सीय संगठनों के पदाधिकारियों, सदस्यों ने हर्ष व्यक्त किया।
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