ईशा फाउंडेशन (योग,सामाजिक उन्नयन व पारिस्थितिकीय संतुलन हेतु समर्पित अन्तरराष्ट्रीय संस्था),, निपुण अस्पताल व जगरानी अस्पताल, शाहजहांपुर के सम्मिलित तत्वावधान शाहजहांपुर जेल में बंद महिला बंदियों व उनके साथ रह रहे बच्चों के तनाव प्रबंधन व स्वास्थ्य लाभ हेतु तीन दिवसीय योग, मेडिटेशन व स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर ग्रुप कैप्टन(भारतीय वायु सेना) श्री प्रमोद गुप्ता, स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर पुनीता अग्रवाल (निपुण अस्पताल),स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर नुपुर श्रीवास्तव (जगरानी अस्पताल)के द्वारा महिला बंदियों को तनाव व अवसाद दूर करने के उपाय बताए तथा ईशा फाउंडेशन की तरफ से शरीर के विभिन्न अंगों को स्वस्थ रखने के व्यायाम सिखाये। तथा स्क्रीन के माध्यम से विभिन्न योगिक क्रियाएं कराईं।
टीम के द्वारा विशेष रूप से डाक्टर पुनीता अग्रवाल द्वारा तनाव कम करके खुश रहने के लिए अनेक मनोरंजक महिला सुलभ खेल प्रतियोगिताएं भी कराईं।जिसमें सभी महिला बंदियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया व खुशी का अनुभव किया।
महिला बंदियों को प्रसिद्ध अंगुलीमाल की क्रूरता की कहानी सुनाई और किस तरह महात्मा बुद्ध ने उसका ह्रदय परिवर्तन किया और वह किस तरह एक क्रूरतम अपराधी से भिक्षु बन गया और श्रीलंका तक जाकर बौद्ध धर्म का प्रचार किया।
यह प्रेरणादायक कहानी भी हमें आपराधिक प्रवृत्ति छोड़कर नेक इंसान बनने का संदेश देती है। कार्यक्रम के अन्त में महिला बंदियों के बच्चों को चिप्स, कुरकुरे,बिस्कुट तथा चाकलेट भेंट किए गए।
अगले दो दिन महिला बंदियों व बच्चों का चिकित्सकीय परीक्षण व परामर्श तथा आवश्यक जांचों हेतु नमूने लिए जायेंगे जिनकी उनके अस्पताल में जांच होने के बाद रिपोर्ट के आधार पर परामर्श व निशुल्क दवायें भी वितरित की जायेगी।
इस त्रिदिवसीय कार्यक्रम के उपरांत टीम द्वारा दांतों व आंखों के अलग अलग शिविर आयोजित कर सभी बंदियों का इलाज कराया जायेगा। आवश्यकतानुसार निशुल्क चश्मे भी उपलब्ध कराए जायेंगे।
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