''वेदांत सत्य सनातन संस्कृति न्यास" के संस्थापक द्वारा किया गया धार्मिक पुस्तकों का वितरण।।
कडींसौड़/मैडंखाल।।मैडंखाल में एक सूक्ष्म बैठक के कार्यक्रम का शुभारंभ सामाजिक कार्यकर्ता सुनील जुयाल एवं मैडंखाल व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री कृष्ण नौटियाल ने संयुक्त रूप से किया
"वेदान्त सत्य सनातन संस्कृति न्यास" के संस्थापक दयानन्द सिलवाल ने कहा की उनके द्वारा धार्मिक पुस्तकों का नि:शुल्क वितरण किया जाता है।
न्यास के संस्थापक ने कहा कि मैंने काफी वर्षों से महसूस किया कि समाज में धार्मिक पुस्तकों के अध्ययन के प्रति रुचि घट रही है।
उन्होंने कहा की मेंने आज की सामाजिक कुरीतियों को देख कर हमनें सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं धार्मिक पुस्तकों के पठन के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से "वेदान्त सत्य सनातन संस्कृति न्यास"की स्थापना की है।
न्यास के संस्थापक ने कहा की गढ़वाल क्षेत्र के दिल्ली में रहने वाले प्रवासियों का न्यास संस्था को बराबर सहयोग मिल रहा है।पर्यावरण दिवस पर संस्था द्वारा उपस्थित सदस्यों को नि:शुल्क पुस्तक वितरण किया गया है।उन्होंने कहा की धार्मिक पुस्तकों के अध्ययन के प्रति बचपन से ही बच्चों को प्रेरित किया जाए।
नागराज मंदिर समिति कमांद के अध्यक्ष एवं संस्था के सदस्य प्रेम सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे क्षेत्र में जागरूकता की कमी है। ने कहा कि हमारी संस्था के सदस्यों के द्वारा गांव गांव में जाकर लोगों को अपने धर्म के प्रति जागरूक करने की कोशिश की जा रही है।संस्था के सदस्य बृजमोहन सिल्सवाल ने कहा कि अपने धर्म के प्रति युवाओं को जागरूक करने का कार्य हम सभी बुजुर्ग गणों को करना चाहिए जिससे कि युवाओं के मन में हमारे धर्म को लेकर जनचेतना जागृत रहे।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री कृष्ण नौटियाल ने संस्था के संस्थापक एवं सदस्यों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि वेदांत सत्य सनातन संस्कृति न्यास संस्था के संस्थापक द्वारा अपने धर्म के प्रति क्षेत्रवासियों को जागरूक करने के साथ-साथ उनको धार्मिक पुस्तकों का निशुल्क वितरण किया जाना क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी पहल है।उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी धन सिंह रावत ने अपने संबोधन में वेदांत सत्य सनातन संस्कृति न्यास सभी सदस्यों का धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि संस्था के द्वारा जो धर्म के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है या हिंदू धर्म में अपने आप में बहुत बड़ा सम्मान है।
प्रधान कमांद ने अपने संबोधन में कहा कि जिस प्रकार से संस्था के संस्थापक के द्वारा अपने कार्यों को छोड़कर लोगों को अपने धर्म के प्रति जागरूक करने की कोशिश की जा रही है, या हमारे क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वाह अपने क्षेत्र की जनता को अपने धर्म के प्रति कट्टरता से जागरुक करने का प्रयास करें।शिशु मंदिर मैडंखाल के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष गिरीश जुयाल ने अपने संबोधन में कहा कि युवाओं को अपनी आने वाली पीढ़ी को देखते हुए अपने धर्म के प्रति जागरूकता दिखानी होगी एवं अपने क्षेत्र को अपने धर्म के प्रति जागरूक करने का प्रयास करना होगा एवं विशेष करके मात्र शक्तियों को अपने धर्म के प्रति जागरूक करने का प्रयास करना होगा।
शिशु मंदिर मैडंखाल के आचार्य दीपक भट्ट ने अपने संबोधन में कहा कि हम जैसे युवाओं को अपने साथियों के साथ साथ बच्चों एवं सभी क्षेत्रीय लोगों को हिंदू धर्म को लेकर जागरूकता दिखानी होगी एवं धार्मिक पुस्तकों का पठन-पाठन करना होगा जिससे कि हम सभी के मन में एक धार्मिकता उत्पन्न हो।
संस्था के सदस्य अनिल जुयाल ने कहा कि आज के युवाओं को सोशल मीडिया में धर्म की बात करने एवं धर्म की चर्चा करने तक सीमित नहीं रहना चाहिए। जमीनी स्तर पर युवाओं को अपने धर्म के प्रति लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाना चाहिए जिससे कि हमारा हिंदू धर्म जीवित रह सके।
संस्था के संस्थापक एवं सदस्यों द्वारा कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को पुस्तक वितरण करने के साथ-साथ कई प्रकार के धार्मिक विषयों पर विचार-विमर्श भी किया गया है।
इस अवसर पर प्रेम लाल जुयाल मंत्री जिला ब्यापार मंडल,श्रीकृष्ण नौटियाल व्यापार मंडल अध्यक्ष मैडंखाल, विजय सिंह बिष्ट प्रधान कमांद, प्रेम सिंह रावत अध्यक्ष मंदिर समिति कमांद, बृजमोहन सिल्सवाल कोषाध्यक्ष,धन सिंह रावत पूर्व राज्य आंदोलनकारी,सूरजमणि चमोली, महावीर भट्ट परिचारक, हर्षमणि सेमवाल,गिरीश जुयाल प्रधान प्रतिनिधि मंजरुवाल,अनिल जुयाल,दीपक भट्ट, सुबोध सिल्सवाल,शुभम भट्ट,महेश भट्ट, शुभम, दीपक, अजय, प्रदीप, ऋषभ जुयाल, योगेश चमोली, बुद्धि लाल,रामेश्वरी देवी,स्नेहा,शुरभी,दिब्या,अंजली,दिपिका,आदि मौजूद रहें।
प्रगति मीडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।।
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