देहरादून।। उत्तराखंड के देहरादून स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारिता दिवस पर सात पत्रकारों को पत्रकारिता की दीर्घकालीन सेवाओं,तथ्य परक पत्रकारिता और शोधपरक पत्रकारिता के लिए सम्मानित किया गया
दीर्घकालीन सेवाओं के लिए राकेश खंडूरी,दिनेश कुकरेती व गौरव मिश्रा तथा तथ्य परक पत्रकारिता के लिए सुरेंद्र डसीला,शीशपाल गुसाईं, किरण कांत शर्मा और शोधपरक पत्रकारिता में टीम बारामासा को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही नवोदय टाइम्स/पंजाब केसरी के स्थानीय संपादक निशीथ जोशी व वरिष्ठ पत्रकार हरीश कोठरी को भी सम्मानित किया गया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि योगेश भट्ट ने कहा हिंदी पत्रकारिता के कारण ही हमारा अस्तित्व बना हुआ है। पत्रकारिता कल मिशन थी आज भी मिशन है और भविष्य में इसका स्वरूप मिशनवादी रहेगा।
पत्रकारिता को जन सरोकारों से कभी अलग नहीं किया जा सकता,एजेंडा ओरिएंटल की प्राथमिकता हमेशा हमेशा बनी रहेगीयोगेश भट्ट ने कहा कि जहां पत्रकारिता के दो आयाम बहुत प्रभावी है सत्ता पक्ष की पत्रकारिता और विपक्ष की पत्रकारिता इसके अलावा स्वतंत्र पत्रकारिता का सुनहरा भविष्य इसके पीछे कारण है,उसकी निष्पक्षता।
योगेश भट्ट ने आह्वान किया कि सरकार को चाहिए कि वह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को उसकी गरिमा प्रदान करें। पत्रकारों को सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाए कोरे आदर्शवाद से पत्रकारों के लिए काम करना असंभव हो गया है योगेश भट्ट ने सरकार से निवेदन किया कि पत्रकार नीति बनाएं जिससे ईमानदार और समर्थक पत्रकारों के लिए काम करना आसान हो जाए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि पत्रकारों की भूमिका के कारण ही भारत आजाद हो पाया है।
आज पत्रकारों के अस्तिव से स्वतंत्रता और लोकतंत्र कायम है, इसके पीछे पत्रकारों का बलिदान है,उनके समर्पण और संघर्ष के कारण ही हमें आजादी मिली।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तकनीकी विस्फोट के बावजूद अखबारों की भूमिका और महत्व हमेशा बना रहेगा।
बंशीधर तिवारी ने श्रीमद्भागवत गीता का श्लोक प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रतिकार जिस तरह से अर्जुन मितवा और श्रीकृष्ण ने उसका मार्गदर्शन किया उसी तरह हमें भी श्री कृष्ण से मार्गदर्शन लेते रहना है
पत्रकारों को अपने आदर्श और अपने कर्तव्य पथ पर डटे रहना चाहिए और उन्होंने कहा कि ईमानदारी से काम करने वाले पत्रकारों को हमेशा सम्मान और आदर मिलेगा।
विशिष्ट अतिथि डॉक्टर देवेंद्र भसीन ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता का इतिहास सुनहरे अक्षरों से लिखा हुआ है।उन्होंने हिंदी पत्रकारिता के इतिहास को पूरा किया और साथ ही वर्तमान में पत्रकारिता के सामने चुनौतियों और संकट का भी हवाला दिया उन्होंने कहा कि आर्थिक दबाव और बाजार की स्वच्छता का दुष्प्रभाव भी पड़ रहा है। आर्थिक दबाव के साथ ही सत्ता के प्रेशर को स्मार्टली हैंडल करना वक्त की जरूरत है।
पत्रकारों को जहां अपने आदर्शों को नहीं छोड़ना है वही भारी तकनीक की दुनिया ने पत्रकारिता में बदलाव ला दिया है। हमें तकनीक का फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई लोग पत्रकारों के वेश में पत्रकारिता का नुकसान कर रहे हैं,इससे पेशेवर पत्रकारों के समक्ष भारी और पहचान का संकट खड़ा हो गया है। हमें ऐसे तत्वों से भी लड़ना होगा उन्होंने कहा कि आदर्शवाद के बीच को संभाल के रखना है,और सत्य हमेशा जीवित रहेगा
प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने सभी अतिथियों का स्वागत व स्मृति चिन्ह् भेंट किया व कार्यक्रम का संचालन महामंत्री विकास गुसाई ने किया।
इस अवसर पर प्रेस क्लब कनिष्ठ उपाध्यक्ष दरबान सिंह कोषाध्यक्ष मनीष चंद्र भट्ट संयुक्त मंत्री राजीव थपलियाल कार्यकारिणी सदस्य मंगेश कुमार, मोहम्मद फहीम तन्हा, विनोद पुंडीर पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र अंथवाल, दर्शन सिंह रावत, पूर्व महामंत्री गिरिधर शर्मा, क्लब के वरिष्ठ सदस्य निशीथ जोशी, अरुण शर्मा, राजू पुशोला, भूपत सिंह बिष्ट, कत सुशील उपाध्याय, सुशील रावत, देवेंद्र सिंह नेगी, रोहित वर्मा, दीपक फर्शवान, अमित ठाकुर, प्रभा वर्मा, सोनू सिंह, किशोर रावत आदि मौजूद थे।
प्रगति मीडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।।
COMMENTS