वैशाख शुक्ल सप्तमी संगत दिनांक 27 अप्रैल 2023 को प्रातः 7:10बजे गुरुपुष्य योग में भगवान बद्रीविशाल का दिव्य कपाट भक्तों के लिए खोला जाएगा।बसंत पंचमी के अवसरों पर आज बद्रीनाथ मंदिर के कपाट की तारीखों में नरेंद्रनगर स्थित राज दरबार में तय की गई।
बदरीनाथ मंदिर के कपाट की तिथि बसंत पंचमी के अवसर पर नरेन्द्रनगर स्थित राज दरबार में राजा मनुजेंद्र शाह की जन्म कुंडली देखकर तय की जाती है। इस बर्ष की यात्रा के लिए मंदिर के कपाट 27 अप्रैल को प्रातः 7:10 पर गुरुपुष्य योग में खुलेंगे।
बद्रीनाथ के कपाट की तारीख घोषित होने पर ज्योतिषपीठ पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य अनंत श्रीविभूषित स्वामीश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती महाराज जी ने भी सभी सनातन धर्मावलंबियों को वरीयता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भगवान बद्रीविशाल की कृपा से आगामी 27 अप्रैल से शुरू होने वाली धाम यात्राएं निर्विघ्नं संपन्न होंगी।
ज्योतिर्मठ प्रभार ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने बताया कि दूरभाष पर बदरीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल और बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष ने भी ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य जी महाराज से आभार लिया और उन्हें बदरीनाथ आने का निमंत्रण दिया। इसके अलावा मनुजेंद्र शाह जी को बदरीनाथ आने पर ज्योतिर्मय आगमन का निमंत्रण दिया।
इस अवसर पर बद्रीनाथ मंदिर के मुख्यपुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूरी जी, राजा मनुजेंद्र शाह जी, राजमाता लक्ष्मी शाह जी, बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय,उपाध्यक्ष किशोर,मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह,सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, आशुतोष डिमरी,भास्कर डिमरी,दिनेश डिमरी,पंडित सेमवाल,शिवानंद उनियाल, प्रवीण नौटियाल एवं पुजारी उपस्थित रहे।
प्रगति मिडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।।
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