देव पूजन व गायत्री महायज्ञ का आयोजन
- मुख्य जजमान रहे दीपक कुमार केसरवानी, प्रतिभा देवी।
- हरिद्वार से पधारे दल नायक सूरत सिंह ने अमृते गायत्री मंत्र की महत्ता पर प्रकाश डाला।
- गायत्री महायज्ञ में निशुल्क कराए जाएंगे 16 संस्कार
रॉबर्ट्सगंज, सोनभद्र। जिला मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज के रामलीला मैदान में आयोजित 24 कुंडीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन हरिद्वार से पधारे सूरत सिंह अमृते दल नायक के नेतृत्व मे मुख्य यजमान रामायण कल्चर मैपिंग योजना के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर एवं इतिहासकार दीपक कुमार केसरवानी और उनकी पत्नी प्रतिभा देवी, की उपस्थिति में हरिद्वार से पधारे विकास जी ब्रह्मभट्ट, जय सिंह, अभय श्रीवास्तव, सुनील सिंह के संगीतमय गायन, वादन से यज्ञ- ज्ञान- विज्ञान, देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ का आयोजन हुआ।
वही महायज्ञ आरंभ गायत्री मंत्र ‘ऊं भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।।’
के प्रभावशाली मंत्र के गायन से हुआ
इस अवसर पर दल नायक ने महायज्ञ प्रकाश पर डालते हुए कहा कि-
‘सृष्टिकर्ता प्रकाशमान परामात्मा के तेज का हम ध्यान करते हैं, परमात्मा का वह तेज हमारी बुद्धि को सद्मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करें।’ गायत्री मंत्र का जाप गायत्री माता का ध्यान लगाकर किसी मंदिर, घर, एकांत स्थान पर सुबह, दोपहर, शाम को रुद्राक्ष की माला से 108 बार करना चाहिए। जीवन में उत्साह एवं सकारात्मकता में वृद्धि होती है, इसके चलते मानव खराब से खराब परिस्थिति से भी बाहर निकलने में कामयाब हो जाता है, व्यक्ति का मन धर्म और सेवा कार्यों में भी लगने लगता है, क्रोध शांत होता है, बुराइयां मन से दूर होती हैं, रक्त संचार सही तरह से होता है, बीमारियों से राहत मिलती है, चेहरे पर रौनक आता है, अस्थमा रोगियों के लिए यह फायदेमंद है। उन्होंने ने कहा कि हर उम्र के स्त्री- पुरुष, बालक, बूढ़े, नौजवान को प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए करना चाहिए।
उन्होंने उपस्थित भक्तों से आह्वान किया कि महायज्ञ के तीसरे दिन रविवार 30 अक्टूबर को इच्छुक भक्त निशुल्क दीक्षा, 16 संस्कारों से बच्चों को संस्कारित करने के लिए यज्ञ स्थल पर अवश्य पधारें। प्रतिदिन शाम को 6:00 से 8:00 तक होने वाले प्रवचन का श्रवण कर पुण्य के भागी बने।
महायज्ञ के आयोजन में प्रदीप केसरी, मंजू देवी सहित अन्य 24 जोड़ों सहित अनेकों भक्तजनों ने महायज्ञ की आहुति में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में राजकुमार तरूण, अरविन्द कुमार सिंह, राधेश्याम त्रिपाठी, शिवशंकर कुशवाहा, रामदुलारे, विश्वकर्मा, बालमुकुंद शुक्ला, प्रदीप गुप्ता, गोविंद तरंग, गोपाल अग्रहरि, शुग्रीव मौर्या, प्रकाश केशरी, लल्लन प्रसाद, अनिल कुमार, डा सी बी दूबे, लालता विश्वकर्मा, रामदेव जी, कालीदास जायसवाल, प्रदीप जयसवाल, राजेन्द्र जायसवाल, महिला स्वयं सेवी कार्यकर्ता सरोज देवी जयसवाल, सरिता देवी,मन्जू देवी,रानी देवी, आशा देवी, ऊषा देवी, शशी देवी श्रीवास्तव, गीता देवी, शोभा देवी, अमरावती देवी, शकुन्तला देवी, प्रज्ञा सहित आदि भक्तगण भारी संख्या में उपस्थित रहे।
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