छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा शराब दुकान खोलने और होम डिलीवरी के फैसले पर भाजपा नेत्री अधिवक्ता दीपिका शोरी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अनेको घोषणाओं के साथ पूर्ण शराबबंदी का वादा ( Full prohibition promise )कर सत्ता में आई कांग्रेस और अब जब पूरे प्रदेश की हालत लॉकडाउन के कारण बदहाल ( Bad condition due to lockdown ) है
लोगों के घरों में खाने को राशन नहीं है इस दौरान इस संवेदनहीन सरकार ने न सिर्फ शराब दुकान खोलने का फैसला किया ( Decided to open liquor store ) है, बल्कि होम डिलीवरी की सुविधा के साथ लाइसेंसधारी कोचिए नियुक्त करने जा रही है,जिससे समाज मे बुरा प्रभाव पड़ेगा ,लॉक डाउन के दौरान घर की रसोई की हालत ( Home kitchen condition ) से ही महिलाओं को जूझना पड़ रहा है ऐसे में सरकार के इस विचित्र फैसले से घरों की हालत क्या होगी यह एक सोचनीय प्रश्न है।सरकार को इस फैसले को तत्काल रद्द करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब विपक्ष में थी तब शराबबंदी के लिए कैसी बातें करते थे, उन्हें याद करना चाहिए। कांग्रेस ने गंगाजल हाथ में लेकर पूर्ण शराबबंदी का वादा किया ( Promised full prohibition ) था। कोरोना के कारण जो लॉकडाउन किया गया है शराबबंदी करने हेतु अवसर लेकर आया था। जिसमे लम्बे समय तक शराब न मिलने के कारण शराब के आदी भी इसके बिना रहना सीख रहे थे परन्तु सरकार के इस फैसले से पुनः उनकी सेहत पर बुरा असर ( Ill effect on health ) पड़ने वाला है। शराब दुकान खोलने का फैसला ( Decided to open liquor store ) कर सरकार ने घर-घर में आई शांति और समृद्धि को खत्म करने का काम कर रही है। शराब की होम डिलवरी ( Liquor Home Delivery ) के आदेश से निश्चित तौर पर शराब की काला बाजारी ( Black market ) पुनः शुरू होगी,समाज मे अराजगता का माहौल बनेगा घरों की शांति बिखर जाएगी
इस आदेश पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए।
सरकार लगातार अपने गलत फैसले से छत्तीसगढ़ की जनता के साथ शर्मसार कर देने वाली हरकत कर रही है
साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता की कोई सूध लेने कांग्रेस सरकार को कोई चिंता नही है
सरकार ने शराब की होम डीलीवरी के लिए सोचा परन्तु प्रदेश की जनता को कोरोना वैश्विक महामारी ( Corona global epidemic ) जो पूरे विश्व और छत्तीसगढ़ प्रदेश में फैली हुई है ऐसे समय मे कोरोना के लिये घर घर जा कर वेक्सीनेश के लिए सोचती तो बेहतर होता !!!
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