सभासदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष पर लाखों रुपयों के सरकारी धन का बंदरबांट करने का लगाया आरोप।
(1)- जिलाधिकारी जौनपुर को शिकायती पत्र देकर जांच कराने की मांग किया।
मड़ियाहूं नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा लाखों का सरकारी धन के किए जा रहे दुरुपयोग से आजीज आकर आज मंगलवार को आधा दर्जन सभासदों ने एक शिकायती पत्र तहसील परिसर में लॉकडाउन के बाद प्रथम संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे। जिलाधिकारी जौनपुर दिनेश कुमार सिंह को देकर विभिन्न मुद्दों पर जांच कराने की मांग किया है।
सभासदों का पहला आरोप है कि नगर पंचायत सीमा के अंतर्गत मडियाहू मैनपुर संपर्क मार्ग पर बने पुलिया को बिना सिंचाई विभाग से अनुमति लिए व जे ई द्वारा बिना मौका मुआयना किए आनन-फानन में सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए बंदरबांट वर्क कमीशन खोरी के लिए उसके ऊपर एक नई पुलिया का निर्माण करा दिया गया। जबकि पहले वाली पुलिया मजबूत थी।कोई खराबी नहीं थी परंतु नगर पंचायत अध्यक्ष ने इसको अपने मनमाने पूर्ण रवैए का परिचय दिया है और लंबा सरकारी धन का दुरुपयोग किया है। जिसकी जांच कराया जाना अत्यंत आवश्यक है।
सभासदों ने दूसरा आरोप लगाया है कि नगर पंचायत सीमा के बाहर इब्राहिमपुर गांव में एक व्यक्ति विशेष के निजी कटरे में इंटरलॉकिंग व नाली का निर्माण कराया गया इतना ही नही 7 खंबे का विद्युतीकरण भी कराया गया है। जिसमें लाखों रुपयों का दुरुपयोग , गबन व आपस में बंदरबांट व कमीशन खोरी किया गया है ।
सभासदों का तीसरा आरोप है कि नगर पंचायत कार्यालय बनवाने के नाम पर चेयरमैन ने गलत तरीके से सरकारी धन का दुरुपयोग किया है । जनता के पैसे का कमीशन खोरी के चक्कर में बंदरबांट किया जा रहा है। जबकि देखा जाए विगत पूर्व में लाखों रुपये से बना कार्यालय अच्छा व सुगम है परंतु वर्तमान चैयरमैन बिना स्टीमेट के सुंदरीकरण के नाम पर लाखों रुपए का हेरा फेरी करने का काम किया है । जिसमें सरकारी धन का पूर्ण रूप से दुरुपयोग है।
चौथा आरोप सभासदों ने नगर पंचायत में आउटसोर्सिंग पर रखे गए कर्मचारियों के वेतन के बारे में हो रही घोटाला बाजी के बारे में बताया है । कि मौजूद कर्मचारियों के अतिरिक्त फर्जी व्यक्तियों का नाम जोड़कर कर सरकारी धन की उगाही कर ठेकेदार व नगर पंचायत अध्यक्ष के बीच बंदरबांट किया जा रहा है।
यह बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा है अगर इसकी जांच उपरोक्त सभी बिंदुओं की सही ढंग से कराई जाए तो दूध का दूध पानी का पानी साफ नजर आ जाएगा। इस उपरोक्त सभी बिंदुओं पर सभासदों ने जिलाधिकारी से किसी सक्षम अधिकारी से जांच कराने की मांग किया है।
नगर पंचायत के नागरिकों का आरोप है कि संविदा पर रखे गए कर्मचारी जो नगर पंचायत मे विद्युत द्वारा चल रहे स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत का कार्य करते हैं वह नगर में कहीं पर भी वाहन खड़ी कर लबे सड़क वाहन लगाकर मरम्मत कार्य शुरू कर देते हैं जिससे नगर में आने जाने वाले राहगीरों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है और जाम लग जाता है जब उन्हें साइड करने को कहा जाता है तो वह आने जाने वाले नागरिकों से बदतमीजी से पेस आते हैं जब इस बाबत नगर पंचायत में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित मनोनीत सभासद नितेश सेठ तो उन्होंने कहा कि हो सकता है क्योंकि किसी समस्या को लेकर जब उन्होंने नगर पंचायत के प्लंबर इनका कार्य देख रहे कर्मचारी से किसी कार्य को कहा तो वह उनसे भी बदतमीजी से पेश आया इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि संविदा पर रखे गए कर्मचारी बहुत ही दबंग किस्म व दुर्व्यवहार करने वाले व्यक्तियों को रखा गया है। इस मौके पर सभासद डॉ. अरुण कुमार मिश्र, मोहनलाल चौरसिया, मनोज कुमार चौरसिया, राकेश कुमार गुप्ता, राहुल कुमार गुप्ता व नितेश सेठ मौजूद थे।
संवाददाता
रवि कुमार केशरी
क्राइम रिपोर्टर
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