शिक्षक दिवस को अतिथि शिक्षकों ने मनाया काला दिवस के रूप में और किया जेल भरो आंदोलन
सम्वाददाता :प्रदीप कुमार सोनी
अनूपपुर - अतिथि शिक्षकों की बहु प्रतीक्षित नियमितीकरण को लेकर प्रदेश स्तर पर आव्हान कर शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया गया और कलेक्टर को ज्ञापन सौप गिरफ्तारी दी गई.. विपिन तिवारी, प्रभात नामदेव से बात करने पर बताया गया कि पिछले 12-13 बर्षों से अतिथि शिक्षिक बहुत ही अल्प मानदेय में अपनी सेवाए देते चले आ रहे है और वर्तमान मे कोरोना संकट के समय में अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियां ना किए जाने के परिणाम स्वरूप जीवन यापन करने में बहुत सी दिक्कतें आ रही है बार बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से गुहार लगाने के पश्चात भी वो हमारी सुध नहीं ले रहे हैं जिसका परिणाम ये है की अर्थिक तंगी के चलते हमारे 59 अतिथि शिक्षकों ने आत्महत्या कर चुके है, बार बार हमारे द्वारा सरकार को अतिथि शिक्षकों के हाल के बारे में अवगत करा नियमितीकरण की मांग की जाती रही है पर सरकार का सकारात्मक परिणाम ना मिलने पर आक्रोशित अतिथि शिक्षकों ने शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में माना कर और स्वयं गिरफ्तारी दे सरकार को निद्रा से जगाने का प्रयास किया गया है अगर सरकार समय रहते नहीं जगती है तो इसका दुष्परिणाम आगामी उपचुनावों मे सरकार को भुगतना होगा..कार्यक्रम को
सफल बनाने में लगभग 80 से 100 अतिथि शिक्षकों की उपस्थिति रही जिनमे प्रमुख रूप से. उमा सोनी, नेहा दूवेदी, रुचि जैसवाल, रावेनद्रा उपाध्याय, रामचन्द्र, सीताराम पटेल, प्राणेश पटेल, लाल जी, विनीत, अशोक पूरी, संजय निगम, उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया
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