राज्य मानवाधिकार आयोग, उत्तर प्रदेश के सदस्य न्याय मूर्ति राजीव लोचन मेहरोत्रा द्वारा शाहजहांपुर जेल में महिला बैरक का निरीक्षण किया।
सर्वप्रथम कारागार के मुख्य द्वार पर सदस्य का जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के द्वारा स्वागत किया गया तथा उन्हें जेल कर्मियों द्वारा सलामी दी गई।
महिला बैंरक में निरीक्षण के दौरान महिला बंदियों द्वारा तैयार किए गए विभिन्न सामानों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया जिसमें पेंटिंग ,जरी जरदोजी के कार्य ,भगवान जी के आसन, सिलाई कढ़ाई के द्वारा तैयार विभिन्न प्रकार के दुपट्टे ,बैठने के आसन ,भगवान जी की पोशाक, गाय के गोबर से तैयार धूप बत्ती, दीपक, कलात्मक गमले एवं विभिन्न प्रकार के बैग आदि शामिल थे समस्त सामानों को देखकर सदस्य महोदय अत्यंत प्रसन्न हुए ।अलग-अलग महिलाओं से मिले जिन्होंने उक्त सामान तैयार किया था ।इसके बाद उनके द्वारा बच्चों के क्रैच एवं महिलाओं के प्रशिक्षण केंद्र को भी देखा वह बच्चों से भी मिले और उन्हें दी जा रही शिक्षा आदि की जानकारी प्राप्त की बच्चों द्वारा तैयार की गई विभिन्न प्रकार की ड्राइंग को उन्होंने देखा और उसे सराहा तथा उन्होंने बच्चों से पढ़ाई के संबंध में प्रश्न भी किए जिसका बच्चों ने सही-सही जवाब दिया इस पर सदस्य महोदय इस बात से प्रसन्न हुए की जेल में रहकर के भी बच्चे इतने होशियार हो गए हैं।
तत्पश्चात उनके द्वारा सभी महिला बंदियों से उनको दी जा रही सुविधाओं जैसे भोजन, चिकित्सा ,कौशल प्रशिक्षण आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की महिला बंदियों ने बताया कि यहां उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है ।जेल अधीक्षक हमारा पूरा ध्यान रखते हैं उसमें हमारी कपड़ों की पूर्ति ,हाइजीन एवं कॉस्मेटिक आइटम आदि सभी की पूर्ति करते हैं विभिन्न सहयोगी संगठनों से संपर्क करके हमें हमारी जरूरत से भी ज्यादा सभी चीज उपलब्ध कराते हैं। हमें अनेक प्रकार से कौशल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराकर हमें अनेक चीजें बनाना सिखा दिया है। जेल में हम लोगों के बीच में खेलकूद ,मनोरंजन, योग सभी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कराते हैं जिससे हम लोग यहां बहुत खुश है।
इस अवसर पर जय गणेश सेवा समिति की अध्यक्ष श्रीमती पूनम मेहरोत्रा के द्वारा महिला बंदियों को जरी जरदोजी प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्रीमती पूनम मेहरोत्रा इसके पूर्व में भी महिला बंदियों को जरी जरदोजी, गाय के गोबर से धूप बत्ती, दिए, कलात्मक गमले आदि का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्व में ही चला चुकी हैं।
इस अवसर पर सदस्य के द्वारा बच्चों को गर्म सूट,चिप्स, बिस्कुट, नमकीन आदि भेंट किए एवं सभी महिला बंदियों को हाइजीन किट, गर्म मौजे एवं बिस्कुट नमकीन भेंट किए गए।
इस अवसर पर सदस्य को महिला बंदियों द्वारा पेंटिंग के रूप में तैयार गणेशजी की प्रतिमा भेंट की गई।
सदस्य द्वारा महिला बंदियों के जेल में रहते हुए इतने खुशनुमा माहौल देने के लिए जेल अधीक्षक मिजाजी लाल की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी तथा बताया कि इसके पूर्व किसी जेल में मैंने बंदियों को इतना खुश और जेल अधीक्षक की इतनी तारीफ करते हुए नहीं देखा। उनके द्वारा विजिटर्स बुक में भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
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