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आज शाहजहांपुर जेल में गांधी जयंती के शुभ अवसर पर ध्वजारोहण एवं गाँधीजी एवं शास्त्रीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के उपरांत विभिन्न प्रकार के देशभक्ति से सरावोर और लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। जिसमें" मंथन आर्ट्स सोसायटी" शाहजहांपुर के कलाकारों के द्वारा "प्रणाम काकोरी" नामक सुंदर नाटक का मंचन किया गया जिसमें शाहजहांपुर जनपद के अमरशहीद स्वतंत्रता सेनानी पं. रामप्रसाद विस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह व अशफ़ाक उल्ला खां की आजादी के प्रति दीवानगी तथा काकोरी ट्रेन डकैती व उसके बाद उनके द्वारा फांसी पर खुशी खुशी झूल जाना का सजीव मंचन देखकर सभी दर्शकों के आंखों में आंसू थे ।श्री शिवा सक्सेना (भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ) के निर्देशन में मंथन आर्ट्स सोसायटी के कलाकारों द्वारा नाटक प्रस्तुत कर सभी दर्शकों को भाव विभोर कर दिया ।कारागार में निरुद्ध अन्य बंदियों के द्वारा सुंदर तिरंगा ड्रेस में पिरामिड बनाकर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। तथा राधा-कृष्ण की सुंदर झांकी प्रस्तुत कर सभी को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया। महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चों ने भी सुंदर-सुंदर गीत गाकर खूब तालियां बटोरी ।कर्मचारी एवं बंदियों द्वारा अन्य अनेकानेक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के अंत में महिला बंदियों के बच्चों को पुरस्कार स्वरूप उनकी पसंदीदा वस्तुएं- चॉकलेट ,फ्रूटी ,चिप्स, कुरकुरे, टॉफी ,बिस्कुट एवं अन्य प्रकार की सामग्री के पैक बनाकर भेंट किए गए ।सभी महिला बंदियों पुरुष बंदियों को खाद्य विभाग, शाहजहांपुर के सौजन्य से फल वितरण किया गया। सभी बंदियों ने खुशी-खुशी कार्यक्रम का आनंद लिया और करतल ध्वनि से कलाकारों का उत्साह वर्धन किया।
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