*मूल्यो और मर्यादाओं के बन्धन में बंधने से जीवन निर्बंधन होता है*
ब्रह्माकुमारीज संस्था में रक्षाबन्धन का त्यौहार मूल्यो और आत्मीय मर्यादाओं के बन्धन में बंधकर मानवता की सेवा के दिवस के रूप में मनाया जाता है। मर्यादाओं का बन्धन मनुष्य के जीवन को रोग ,शोक और दारूण्य से मुक्त कर देता है। मन निर्मल और विकारों से मुक्त हो जाता है। इसी संकल्प को लेकर रक्षाबन्धन के मनाई जा रहे त्यौहार को दिनांक 22 अगस्त को ओबरा तथा 24 अगस्त रेणुकूट में समाज के बुद्धिजीवी वर्ग व पत्रकार भाईयो को राखी बांधकर विकारों के दान का संकल्प पत्र लिया गया । 25 अगस्त को दुद्धी में संचालित वृद्धाश्रम में वृद्धजनों को राखी बांधकर उन्हें सकारात्मक जीवन जीने का संकल्प दिलाया गया। दिनांक 26 अगस्त को ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र रॉबर्ट्सगंज की सेवाकेंद्र संचालिका बी०के० सुमन बहन के नेतृत्व में जिला चिकित्सालय लोढ़ी रॉबर्ट्सगंज 150 रोगियों के साथ चिकित्सकों , नर्सों एवं स्टाफ को राखी बांधी गई ।
इसके बाद साईं स्कूल आफ नर्सिंग में लगभग 350 छात्र/ छात्राओं एवं समस्त शिक्षक एवं कर्मचारियों को राखी बांधने के पश्चात जीवन को सुखमय बनाने हेतु जीवन में बदलाव लाने के लिए संकल्प पत्र लिया गया।
27 अगस्त को सुमन बहन के नेतृत्व में ब्रह्मकुमारी बहनों द्वारा गुर्मा स्थित जिला का कारागार में लगभग 450 कैदियों को राखी बांधकर प्रसाद वितरण के पश्चात मानवीय कमजोरी और मनोविकारों को दान करने का संकल्पपत्र लिया गया । जेल अधीक्षक श्री सौरभ श्रीवास्तव तथा जेलर श्री जेपी दुबे के सहयोग से ब्रह्माकुमारियों ने कैदियों को जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग की भूमिका को स्पष्ट किया। इसके बाद सलखन स्थित वृद्धाश्रम में 25 पुरुष तथा 20 वृद्ध महिलाओं को राखी बांधने के पश्चात ईश्वरीय संदेश दिया । ज्ञातव्य है कि रक्षाबंधन के अवसर पर ब्रह्माकुमारी बहने राखी बांधने में किसी भी प्रकार धन या उपहार नहीं लेती है। ब्रह्माकुमारी बहने लगी राखी बांधने के बाद बुराइयों और मादक द्रव्यों के सेवन के के लिए संकल्प पत्र लिया गया।
इस कार्य को सफल बनाने मे प्रतिभा बहन, सीता बहन, सरोज बहन, कविता बहन, दीपशिखा बहन, ललिता बहन, हरिंद्र भाई, अवधेश भाई, मनोज भाई उपस्थित रहे।
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