सोनभद्र। 18 फरवरी राबर्ट्सगंज महाशिवरात्रि का पर्व जीवन के तमस में आध्यात्मिक चेतना के प्रस्फुटित होने का महापर्व है। देवालयो में स्थापित पार्थिव शिवलिंग ज्योतिबिंदुस्वरूप परमात्मा शिव के निराकार स्वरूप की यादगार है । रात्रि अर्थात घोर अधर्म और अज्ञानता के समय में परमात्मा शिव साकार मनुष्य के तन में अवतरित होकर ईश्वरीय सत्य ज्ञान देकर और राजयोग सिखा कर मानव - मन में व्यापक पांच विकारों को सदाकाल के लिए दूर करते हैं । वर्तमान समय में इस सृष्टि पर परम कल्याणकारी संगमयुग चल रहा है जब स्वयं परमात्मा शिव साधारण मनुष्य के तन में अवतरित होकर इस सृष्टि के महापरिवर्तन का दिव्यकर्म कर रहे हैं। विकास नगर स्थित ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र पर ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र पर महाशिवरात्रि के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रवचन करते हुए बी०के० सुमन दीदी ने उक्त बातें कही। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर हम सभी को स्थूल सामग्री के साथ साथ जीवन में दुख और अशांति उत्पन्न करने वाले विचारों और संस्कारों को मन से परमात्मा शिव के ऊपर समर्पित करना चाहिए तभी हमारे जीवन में सच्ची सुख और शांति संभव है ।
इस अवसर पर सेवाकेंद्र पर आध्यात्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से शिव - संदेश दिया गया । शिव और शंकर में अंतर को एक नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया । जिसमें कु ०प्रिया(शंकर),कु० मनिशा (पार्वती), कु ०प्रियंका(गणेश),कु० पूनम(नारद ),तथा देव,दीप एवं अंशु ने (भक्तजनों) की प्रभावशाली भूमिका के माध्यम से शिव की भक्ति का संदेश दिया । कु० साक्षी ने लागी लगन शंकराये तथा कुमार शौर्य ने हम बाबा के बच्चे हैं गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया। राबर्ट्सगंज की सुप्रसिद्ध महिला चिकित्सक डॉ अनुपमा सिंह ने आध्यात्मिक गीत के माध्यम से शिव के प्रति अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में बीके प्रतिभा बहन ,सीता बहन, सरोज बहन, कविता बहन, ललिता बहन, दीपशिखा बहन ने अपना सक्रिय योगदान दिया।
COMMENTS