अब शिक्षकों ने उठाई मास्क लगवाने की जिम्मेदारी
सुकमा - राज्य में कोविड्स के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला स्तर पर इस बार शिक्षक -शिक्षिकायें भी कोरोना योद्धा ( Teacher-Education, also Corona Warrior ) बन के सामने आये है । सुकमा जिले में जिलाप्रशासन के निर्देश पर ( On the direction of district administration )अब चौक चौराहे पर अब शिक्षक-शिक्षिकायें भी पुलिसकर्मियों के साथ ड्यूटी ( Duty with policemen ) में डटे हुए हैं ।
जिला मुख्यालय में 40से 45 डिग्री के तपती गर्मी में शिक्षकों के साथ शिक्षिकायें भी अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा के साथ ( Duty with full devotion ) निभा रही हैं । सुकमा जिला मुख्यालय जहाँ दूर दराज अंदुरुनी गांव से कोविड्स के संक्रमण से अनजान ऐसा कई व्यक्ति भी आ जाते है जिनको समझा पाना मुश्किल हो जाता हैं । परन्तु अब इस कार्य को प्रेम से समझाना शिक्षकों की जवाबदारी ( Teachers accountability ) हो गई है और शिक्षक-शिक्षिकायें इस जवाबदेही को बखूबी निभा रही हैं ।सुकमा जिला मुख्यालय ( Sukma District Headquarters )के बस स्टैंड चौक में एक इसी तरह का मामला सामने आया जहाँ लॉकडाउन से अनजान एक बुजुर्ग व्यक्ति ( An elderly person unaware of the lockdown ) के साथ कुछ अन्य लोग जिला मुख्यालय पहुँचे थे जिन्हें ड्यूटी पर तैनात शिक्षिका भाग्यश्री नाग ने अपने तरफ से मास्क प्रदान कर । कोविड्स के नियमों को पालन करने हेतु समझाईस दी साथ ही घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग व सेनेटाइजर का उपयोग ( Use of mask and use of sanitizer ) करने हेतु उन्हें समझाया ।
ज्ञात हो कि सुकमा जिले में अब कोंटा से ले के तोंगपाल तक व गादीरास ,तक शिक्षक भी कोरोना योद्धा ( Corona warrior ) बन के सामने आए है जिनकी ड्यूटी चौक -चौराहे पर लगाई गई है जिनका काम कोविड्स के खिलाफ लापरवाही ( Negligence against covids _कर रहे व्यकितयों को सतर्क कर उनको कोविड्स के नियमों (मास्क पहनना , हाथों को सेनेटाइजर करना ( Hand sanitizer ) , उचित दूरी बनाये रखना ) के बारे में बताना है साथ ही राज्य व जिले के बाहर से आये व्यक्तियों को कोरोनटाइन करवाना ( Get coronatine done ) व उनके घर के सामने पर्चा चस्पा करवाने सहित अन्य जवाबदारियां है ।
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