पूर्व कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरिन्द्र मनकोटिया ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों पर दोहरी मार
इन डबल ईंजन सरकार ने दी है। महंगाई भत्ता पहले ही फ्रिज किया हुआ है ऊपर से जबरदस्ती 2 दिन का वेतन काटना वर्तमान सरकार की तानाशाही को दर्शाता है जिसे किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इसी तरह का तुगलकी फरमान सरकार ने पिछले साल भी जारी किए थे। कर्मचारियों से इकट्ठे किए गए पैसे से यह सरकार ऐशोआराम कर रही हैं और फिजूलखर्ची कर रही है। मैं पूछना चाहता हूं कि जब करोना काल खत्म ही नहीं हुआ था तो विधायकों के वेतनभत्ते कैसे जारी कर दिए गए , उनका एमएलए फंड क्यों जारी करने के आदेश पास किए गए। कर्मचारियों और अधिकारियों पर इस सरकार ने कुठाराघात किया है ।
जब जब भी सरकार की मार पड़ती है तो सबसे पहले इन कर्मचारियों और अधिकारियों पर पड़ती है । सरकार फिजूलखर्ची बढ़ाए जा रही है लेकिन अपने खर्चों पर अंकुश नहीं लगा रही है इसी का जीता जागता उदाहरण विदेश से खरीदा गया हैलीकाप्टर, और मंडी के मंत्री के बेटे की ऐशपरस्ती के लिए खरीदी गई कार है। टायर्ड और रिटायर्ड अधिकारियों और कर्मचारियों को दोवारा नौकरी देकर सरकार बेकार में खर्च का बोझ बढ़ा रही है ।
मनकोटिया ने आगे कहा कि ट्रांसपोर्टरों और टूरिज्म का धंधा चौपट हो गया है, उनके लिए सरकार कुछ नहीं कर रही, उनके लिए राहत पैकेज दिया जाए और टैक्स माफ किया जाए।
मनकोटिया ने आगे हैरानी जताई कि एक तरफ सरकार महामारी से निपटने में नाकामयाब रही है तो दूसरी तरफ डिपू के राशन वितरण में अंगूठे के सकैंन वाली मशीन की जगह पर करोड़ो रूपये खर्च करके, आंख वाले बॉयोमेट्रिक सिस्टम खरीद रही है जो समझ से परे है।
जिस तरह से हर विभाग में अंगूठे वाले बायोमेट्रिक सिस्टम को खत्म करके दस्ती हाजिरी लगाई जा रही है उसी तरह, पहले की तरह, डिपो में राशन भी रजिस्टर मेंटेन कर बांटा जा सकता है। करोड़ों रुपए खर्च करने की क्या जरूरत है?
देश और प्रदेश की डबल ईंजन सरकार महामारी को रोकने में तो विफल रही है, उल्टा कर्मचारियों पर बोझ लाद रही है। यह अपरिपक्व डबल ईंजन सरकार है। प्रगति मीडिया न्यूज़
सम्पर्क सूत्र :-9816907313 जतिन कुमार प्रगति मीडिया
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