तत्कालीन समय विरशा मुंडा के नेतृत्व में संगठित प्रथम अंग्रेजों विरोधी आन्दोलन के माध्यम से साधारण ग्रामीणों ने अंग्रेजों सेलोहा लिया था।जहां महान शहीद विरशा मुंडा ने जल,जंगल ,जमीन कि सुरक्षा रगने का नारा दिया।ब्रिटिश का जल जंगल जमीन हथियाने का विरोध में उलगुलान का विद्रोह करने का नेतृत्व दिया ।आज उस आन्दोलन का 121वा वर्ष चल रहा हैं।इस ऐतिहासिक महान क्रांतिकारी आन्दोलन में आपनी जान की कुर्बानी दी है।आज फिर देश की किसानों का जमीन छिन्ने का किसान विरोधी काला कानून केन्द्र सरकार लागु किया।इस कानून से किसान बेतहाशा कर्जयुक्त होंगे।
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जमीन पर एकाधिकार उद्योग पतियों का होगा ।किसानों को फसलो का लागत खर्च भी नहीं मिलेगा ।कर्जदार बनने के पश्चात खेत बेचने या गिरवी रखने.मजबुर होकर अनुबंध खेती कि ओर धकेल देगा।जिससे किसानों की जमीन उद्योगपतियों द्वारा कब्जा कर लिया जायेगा।कालाबाजारी रोकने का कानून 1955 की जिसमें कुछ हद तक खाद्य सुरक्षित रखने का उपाय था।आज कृषि व्यवस्था खाद्यान्न को भी बाजारीकरण कर व्यापारी करण कर दिया गया हैं।जो कि गैरकानूनी रुपसे संवैधानिक तमाम नियम को ताक पर रखते हुए आवश्यक वस्तु को व्यापारीकरण कर दिया गया हैं। उलगुलान सृजन के लिए, उलगुलान शोषण के खिलाफ़, उलगुलान अपने हक अदायगी के लिए, उलगुलान झूठ और फरेब के खिलाफ़, उलगुलान ब्रितानी और सामंती व्यवस्था के खिलाफ़। आज भी हर अन्याय का विरोध करने और हक के लिए आवाज उठाने का प्रेरणा विरशा मुंडा के नेतृत्व में ऐतिहासिक आन्दोलन उलगुलान समाज को साझा करते रहेंगे ।अधिक से अधिक लोगों तक विरशा मुंडा के बिचारो को लेते हुए आज जो किसान विरोधी तीन कृषि कानून लागु किया और बिजली बिल संषोधन अध्यादेश लाया गया है। उसका विरोध में किसान आन्दोलन सफल करने में निर्णायक भुमीका निभाना हैं वर्तमान किसान आन्दोलन में आवाम की समस्त नागरिकों को अपनी अपनी ऐतिहासिक दायित्व ,कर्तव्य एवं जिम्मेदारी निभाने का अपील किया एवं आन्दोलन में शहीदों को याद किया गया हैं।सोहगांव पटेल दलसु उसेण्डी ,शिक्षक अनिल कोडोपी ,जनप्रतिनिधि वर्डपंच दुलारीन उसेण्डी ने माला एवं मितानिन लक्ष्मी नरेटी,दसो मण्डावी,एआईकेकेएमएस उपाध्यक्ष मनोज राणा जन अधिकार सुरक्षा कमेटी अध्यक्ष गौतम राणा आदि ने फुल चड़ाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दिया हैं।गोबिन्द देहारी,राधेश्याम नायक,भैजलाल ,सोनुराम,धनेश्वर ,हरेसिंह,राम सिंह नेताम,ओमप्रकाश उईके,संजीव मण्डावी, गुलाब सिंह नेताम,अश्वन सोरी आदी उपस्थित रहे।
संवाददाता पल्लव, पंखाजुर
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