डीएम टिहरी मयुर दिक्षित ने दिव्यांगजनों की पहुंच हेतु सुगम्य यात्रा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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टिहरी गढ़वाल।।(सू.वि.)जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट परिसर नई टिहरी से दिव्यांगजनों के विकास तथा सुगम्य पहुंच प्रदान करने हेतु सुगम्य यात्रा वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।  जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र एवं समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सुगम्य यात्रा वाहन के माध्यम दिव्यांगजनों को जनपद मुख्यालय के सभी कार्यालयों, नगर निकाय कार्यालयों एवं जनपद में स्थित पुस्तकालयों एवं अन्य मुख्य कार्यालयों का भ्रमण कर विभिन्न विभागीय योजनाओं एवं जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया जायेगा। 

वाहन में दो सम्बन्धित विभागीय कार्मिक भी मौजूद रहेंगे, जो दिव्यांग जनों की हर प्रकार से सहायता करेंगे, ताकि उन्हें सरकार द्वारा चलायी जा रही योजना की जानकारी हो सके ।

इस अवसर पर सीडीओ डॉ.अभिषेक त्रिपाठी, एडीएम ए.के. पाण्डेय, डीडीओ मो.असलम, डीपीआरओ एम.एम. खान,राड्स के अध्यक्ष सुशील बहुगुणा आदि अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।



जिलाधिकारी टिहरी मयुर दिक्षित ने जल संवर्धन की अधिकारियों के साथ ली बैठक।

टिहरी।। जल संवर्धन,जल स्तर को बनाये रखने,भूजल स्तर में सुधार तथा पर्यटन/मत्स्य पालन गतिविधियों हेतु मनरेगा कन्वर्जेंस और सारा के सहयोग से आरगढ़ नदी एवं सोंग नदी में किये जा रहे कार्यों में प्रगति लाते हुए बरसात से पूर्व पूर्ण करें।

शुक्रवार को जिला सभागार नई टिहरी में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यकारी समिति (सारा) मिशन अमृत सरोवर और जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आहूत की गई। 

जिला स्तरीय कार्यकारी समिति (सारा) की बैठक में मनरेगा कन्वरजेंस और स्प्रिंग एण्ड रिवर रिज्यूविनेशन अथॉरिटी के सहयोग से जल संवर्धन,जल धारा क्षमता को बढ़ाने तथा पर्यटन/मत्स्य पालन को लेकर किये जा रहे कार्यों पर चर्चा की गई। 

जिलाधिकारी ने विकास खण्ड भिलंगना के अन्तर्गत आरगढ़़ नदी एवं सकलाना क्षेत्रांतर्गत सोंग नदी तथा उनकी सहायक नदी, धारा उपचार के कार्यों को गुणवत्ता के साथ कार्यों में प्रगति लाते हुए बरसात से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिये। 

उन्होंने कार्यों की नियमित टेस्टिंग करवाने,समुचित दस्तावेजीकरण और जियो टेगिंग फोटोग्राफ्स् रखने को कहा गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि क्रिटिकल जल स्रोतों के कार्यों को प्राथमिकता दें तथा ट्रेंचिंज के कार्य वन विभाग की गाइडलाइन/मानकानुसार किये जायें। 

जिलाधिकारी ने जल संरक्षण अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर 425 तथा विकासखण्ड स्तर पर 89 कुल 514 जल स्रोतों के कार्यों की डीपीआर जलागम को उपलब्ध कराने, पीपीटी तैयार करने,मनरेगा कन्वर्जेंस के कार्यों को तेजी से क्रियान्वित करने, गांवों में किये जा रहे कार्यों की सूची ग्राम पंचायत भवन में चस्पा करने तथा सभी संबंधित अधिकारियों द्वारा नियमित मॉनिटरिंग करने को कहा गया। 

उन्होंने कहा कि अधिकारी जल संरक्षण के कार्याें के प्रस्ताव इस बैठक में प्रस्तुत करें। सिंचाई विभाग को जल संचय अभियान पोर्टल को नियति अपडेट करने को कहा गया।

उप निदेशक जलागम/सदस्य सारा नवीन सिंह बरफवाल ने बताया कि जल संरक्षण अभियान के अन्तर्गत विकास खण्ड भिलंगना के अन्तर्गत आरगढ़ नदी-सहायक नदी-धारा उपचार कार्यों के तहत 20 चैकडेम बनाये जाने हैं, जिनमें से 04 पर कार्य पूर्ण हो चुका है तथा 14 पर काम चल रहा है। 

इसके साथ ही जल संरक्षण हेतु खन्तियों का काम चल रहा है जिनमें वृक्षारोपण किया जाना है। 

इसके साथ ही सकलाना क्षेत्रान्तर्गत सोंग नदी-सहायक नदी-धारा उपचार के तहत 36 आरसीसी चैकडेम बनने हैं,जिनमें से 17 पर कार्य शुरू हो चुका है तथा गैबियन स्ट्रक्चर चैकडेम भी बनाये जाने हैं।