कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी़ भूषण ने की शिरकत।
कण्डीसौड़।।अखिल भारतीय खण्डूड़ी दीवान महासभा समिति के द्वारा थौलधार विकासखंड के ग्राम जसपुर,साणौ,ढरोगी के मध्य नागराजा मन्दिर साणौं में आत्मीय मिलन सम्मेलन का आयोजन किया गया।
आत्मीय मिलन सम्मेलन में पहुंची ऋतु खण्डूडी़ भूषण का दूर दराज से सम्मेलन में पहुंचें सभी खण्डूडी़ बन्धुओं के द्वारा पारम्परिक वाद्य यंत्रों व फूल मालाओं से स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में सर्व प्रथम मुख्य अतिथि ऋतु खण्डूडी़ भूषण के द्वारा ईष्ट देव नागराजा मन्दिर में पूजा अर्चना कर भगवान का आशिर्वाद लिया गया।
कार्यक्रम के दौरान महात्मा गांधीजी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण किया और उत्तराखंड के शहिदों के चित्रों पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में पहुंची मुख्य अतिथि व बाहर से आये अतिथियों का ग्राम प्रधान ढरोगी- साणौं मुकेश रतूड़ी,ग्राम प्रधान जसपुर श्रीमती विजय लक्ष्मी खण्डूड़ी, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती आरती के द्वारा कृष्ण कवच व पुष्प गुच्छ भेंट कर तीनों गांवों की तरफ से स्वागत किया गया।
आयोजन समिति द्वारा मुख्य अतिथि व सभी आगन्तुको का बैज अलंकरण, फूलमाला तीनों गांवों का चित्र,शंख, भेंट कर सम्मानित किया गया।
सांस्कृतिक टीम एवं अन्य लोक गायकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
लोक गायक जयकृष्ण खंडूड़ी द्वारा भगवान नागराज पर लोक गीत प्रस्तुत किया गया।
अपने सम्बोधन में ऋतु खण्डूड़ी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से हमें सीख लेनी चाहिए कि हम समाज में सभी वर्गो के जरूरतमंदों की कैसे मदद कर सके।
समिति का मुख्य उद्देश्य समाज में अच्छी शिक्षा अच्छे संस्कार के साथ साथ अपने आदर्श पूर्वजों के पद चिन्हों पर समाज के सभी वर्गो के जरूरतमन्द लोगों की मदद करना पलायन को रोकना।
उन्होंने मसूरी में घनानन्द खण्डूड़ी का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे पूर्वज दानवीर रहे जिन्होंने समाज में उपयोगी शिक्षा के लिए मसूरी जैसे शहर में विद्यालय के लिए भूमि दान कर घनानन्द इण्टर कालेज की स्थापना की है।
मुकुन्दी लाल बैरिस्टर जैसे लोगों द्वारा निर्मित चन्द्र बल्लभ ट्रस्ट निरन्तर समाज के सभी वर्ग के लोगों कार्य कर रहा है।
सरकार पलायन रोकने के लिए कानून बना सकती है किन्तु हमें भी हमें भी एक पैर गांव में रखना होगा जहां हमारी जड़ें है और हमारा समाज सुरक्षित रह सके।
उन्होंने कहा कि यह हमें कोरोना महामारी सिखा चुकी है कि हमारे मूल गांव व आसपास का समाज व वातावरण जीवन के लिए कितना उपयोगी व सुरक्षित है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हमें अपने बच्चों को अपने पैतृक घर गांव जरूर दिखाने चाहिए ताकि वे अपनी पैतृक संस्कृति एवं संस्कार जान सके और अपनायें।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि आज महिला सशक्तीकरण को लेकर बार बार कहा जाता है लेकिन इतिहास गवाह है कि पहाड़ की महिलाएं पहले से ही सशक्त है आज पर्यावरण बचाने वाले की बात होती है लेकिन गौरा देवी जैसी महिला के नेतृत्व में हमारी महिलाएं 1972 में ही पर्यावरण के संरक्षण के लिए पेड़ों से चिपक गई थी उन्हें तभी पता था कि मानव जीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण बेहद जरुरी है।
उन्होंने कहा कि पलायन के मुद्दे पर उन्होंने कहा हमें अनमोल शुद्ध हवा छोड़कर शहर के जहरीले धुंए की ओर पलायन से बचना चाहिए उपनल की पन्द्रह हजार की नौकरी का मोह त्याग कर समूह के माध्यम से रोजगार ,होम स्टे, जैविक खेती, बागवानी जैसे मेहनत कस स्वरोजगार अपनाने होगें।
उन्होंने कहा कि हमें आज अपने पुराने व्यवहार की तरफ लौटना होगा और समाज में योग्य लोगों को समाज के जरूरत मंद लोगों के लिए विभिन्न क्षेत्रो में मदद के लिए आगे आना होगा,ताकि अच्छी शिक्षा ग्रहण कर वह आगे उन्नति कर सके।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जंगली जानवरों के लगातार गांव की तरफ रूख करने के विषय में उन्होंने कहा कि पहले गांव की महिलाएं जिन फल,सब्जी का सेवन घरों में करती थी उनके बीज जेब में रखकर जब जंगलों में घास के लिए जाती थी तो जंगल में बिखेर देती थी ताकि वे फलदार पौधे बन सके जिससे जंगली जानवर जंगलों के पेड़ों पर ही निर्भर रहे।
उन्होंने कहा कि हमारे गांव तभी बचेंगे जब हम अपने पैतृक परम्परा व गांव के प्रति सजग रहेंगे।
देव भूमि की सौम्यता का ही परिणाम है कि बाहर देवभूमि वासियों का सम्मान होता है।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में खण्डूड़ी दीवान महासभा के द्वारा कैलाश हास्पिटल देहरादून, सी एच सी छाम के द्वारा स्वास्थ्य कैम्प व एन आर एल एम के वेदावी हर्बल टी की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन गिरिश खंडूड़ी द्वारा किया गया।
इस मौके पर अखिल भारतीय दीवान महासभा के नरेश खण्डूड़ी,सचिव गौरव खण्डूड़ी,कोषाध्यक्ष बीरेंद्र दत्त खण्डूड़ी,उपाध्यक्ष विपिन खण्डूड़ी,सुरेश खण्डूड़ी,राम नारायण खण्डूड़ी,रामलाल खण्डूड़ी,रामचंद्र खण्डूड़ी,मुरारीलाल खंडूड़ी, सोहनलाल खंडूड़ी,रामलाल खंडूड़ी, ललित खंडूड़ी,रामचंद्र खंडूड़ी,सोहन लाल,सच्चिदानंद खंडूड़ी,दीपक खण्डूड़ी,मुरारी लाल खण्डूड़ी,राधेश्याम खण्डूड़ी,पितामबर दत्त,रामचंद्र खंडूड़ी,जीतमणी खंडूड़ी,रामकृष्ण,मस्तराम, जितेंद्र खंडूड़ी,चंडीप्रसाद,बिजेंद्र,आदि उपस्थित रहे।
प्रगति मीडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।
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