देवभूमि उधमिता योजना के अन्तर्गत प्रशिक्षण हुआ आयोजित।
टिहरी/कमांद।।राजकीय महाविद्यालय कमांद टिहरी गढ़वाल में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देवभूमि उद्यमिता विकास योजना के तहत भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद और उत्तराखंड सरकार के संयुक्त तत्वाधान में 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज आठवें दिवस का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम का आयोजन विभिन्न उद्यमिता से जुड़े विषयों पर ज्ञान एवं कौशल को विकसित करने के लिए किया गया।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ दीपक राणा ने कहा कि इस प्रकार के उधमिता प्रशिक्षणों के माध्यम से प्रशिक्षार्थियों को छोटे छोटे उधम लगाने के लिये जानकारी मिल जाती है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ मनोज कुमार ने किया।
इस अवसर पर उद्यमिता और विकास के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए उद्यमों के विकास की दिशा में योजनाएं बनाई गई।
ग्राम विकास विभाग के आरबीआई मैनेजर दिग्विजय सिंह सजवाण ने एक ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण में उपस्थित छात्र-छात्राएं एवं स्थानीय स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को छोटे-छोटे उद्योगों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जैसे भीमल से शैंपू,मशरूम,अचार,नमक,सिलाई,कढ़ाई,उन से बनने वाले प्रोडक्ट एवं विभिन्न प्रकार के छोटे-छोटे उद्योगों से अपनी आजीविका एवं रोजगार चला सकते हैं।उन्होंने बिजनेस इनक्यूबेटर के माध्यम से रीप के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी है।उन्होंने विभिन्न प्रकार के छोटे-छोटे उद्योगों के लिए भारत सरकार के एमएसएमई में अपने उद्योग के रजिस्ट्रेशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
ट्रेनर दिग्विजय सिंह सजवाण ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना,सोलर प्लांट,स्टार्टअप पॉलिसी,हाथ करघा,हैंडलूम पॉलिसी,नव दिशा योजना,मुद्रा लोन एवं विभिन्न प्रकार के विभागों से मिलने वाले रोजगार हेतु उद्योगों की जानकारी दी है।
उन्होंने शार्क टैंक में नमक वाली बिजनेसमैन शोभा रतुडी़ एवं विकासखंड थौलधार की स्वयं सहायता समूह की सदस्य अतोला देवी का भी ट्रेनिंग में उदाहरण दिया है। देवभूमि उद्यमिता केंद्र के अंतर्गत कार्यशाला प्रशिक्षण में प्राचार्य डॉक्टर गौरी सेवक ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षकों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के अंदर उद्यमिता विकसित करने की सोच डालने का प्रयास किया जाता है।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के द्वारा समय-समय पर छात्र छात्राओं व स्थानीय महिलाओं व पुरुषों को उद्यमिता के बारे में रोजगार उद्यम लगाने की जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया का हमेशा सदुपयोग करना चाहिए। प्राचार्य डॉक्टर गौरी सेवक ने कार्यक्रम की अतिथि क्षेत्र पंचायत सदस्य कमांद बबीता महर का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके द्वारा विद्यालय हित में किए गए कार्यों के लिए विद्यालय परिवार उनका आभार प्रकट करता है।प्राचार्य डॉक्टर गौरी सेवक ने पर्यावरण फ्रेंडली प्रोडक्ट पर भी विस्तार से चर्चा की है।
उन्होंने कहा कि हमारे पास हर क्षेत्र में हर प्रकार का टैलेंट होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा विद्यालय में कंप्यूटर एवं ब्यूटीशियन की ट्रेनिंग देने का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने देवभूमि उद्यमिता केंद्र के ट्रेनर भगवान सिंह रावत से निवेदन किया कि उनके माध्यम से विद्यालय में जूट से बनाए जाने वाले प्रोडक्टों की भी ट्रेनिंग दी जाए।
ट्रेनर भगवान सिंह रावत ने आश्वासन दिया कि विभिन्न विकासखंडों में ट्रेनिंग होने के बाद जूट से बनाए जाने वाले प्रोडक्टों की ट्रेनिंग का भी हमारे द्वारा समय निर्धारित करने के तत्पश्चात विद्यालय में ट्रेनिंग प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित प्रगति मीडिया के पत्रकार सुनील जुयाल ने सोशल मीडिया से होने वाले फायदे एवं नुकसान के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने सोशल मीडिया का किस प्रकार से सदुपयोग किया जाना चाहिए उसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आज के युग में सोशल मीडिया का काफी योगदान है,जिसके लिए सभी लोगों को सोशल मीडिया से बहुत कुछ जानकारी भी हासिल होती है।
उन्होंने सोशल मीडिया के फायदे एवं नुकसान के विभिन्न उदाहरण देते हुए लोगों को जागरूक रहने के लिए कहा है।
उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले क्राइम एवं फ्रॉड से सतर्क रहने की एवं स्वयं व दूसरों को भी जागरूक रहने के लिए भी कहा है।
उन्होंने कहा कि अपने विद्यालय में होने वाले कार्यक्रमों को एवं विद्यालय में पठन पाठन की गतिविधियों को व स्वच्छता अभियान में किए गए कार्यक्रमों को शोशल मिडिया पर जागरूकता के लिए प्रसारित करें।
देवभूमि उधमिता से ट्रेनर भगवान सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे संस्थान द्वारा समय-समय पर ट्रेनरों को विभिन्न प्रकार की योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ कई विभिन्न स्थानों का टूर भी कराया जाता है।
उन्होंने बताया कि हम ट्रेनिंग देने के बाद ट्रेनरों को विभिन्न स्थानों पर टूर पर ले जाकर वहां की जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद और उत्तराखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने भी विभिन्न प्रकार के उधम एवं स्वरोजगार से संबंधित प्रोडक्टों की जानकारी दी है।
इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय कमांद की प्राचार्य डॉक्टर गौरी सेवक,क्षेत्र पंचायत सदस्य कमांद बबीता महर,उद्यमिता विभाग भगवान सिंह रावत,ग्राम विकास विभाग के आर बी आई मैनेजर दिग्विजय सिंह सजवाण,प्रगति मीडिया पत्रकार सुनील जुयाल,डॉक्टर दीपक राणा,डॉक्टर मनोज कुमार,डॉक्टर बीना रानी,डॉक्टर प्रवीण एवं विद्यालय के छात्र-छात्राएं व स्थानीय स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रही।
प्रगति मीडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।।
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