टिहरी।।जिला टिहरी की जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने हरेला पर्व को लेकर अधिकारियो के साथ की बैठक।
16 जुलाई को हरेला उत्सव की तैयारियों को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की की बैठक ली।
अध्यक्ष सजवाण ने कहा कि हरेला हमारी लोक संस्कृति का पर्व है।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि हरेला पर्व का समस्त मानव जाती के जीवन में बहुत बड़ा महत्त्व है।हरेला पर्व मनुष्य को धरती पर जीवन यापन में सहयोग करने वाली प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन करने की प्रेरणा देता है। इसके साथ साथ सूर्य के दक्षिणायन होने के दिन मनाये जाने के कारण,ऋतू परिवर्तन सूचक पर्व के रूप में भी हरेले का विशेष महत्त्व है।
उन्होंने कहा कि हरेला पर्व श्रावण मास में यह पर्व मनाने की परंपरा हमें अपनी जड़ों से जुड़े का संदेश देता है।
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने कैसे जंगलों का संरक्षण कर मनुष्य जीवन को हरा भरा बनाने का कार्य किया। हरेला पर्व हमें प्रकृति का श्रृंगार करने की सीख देता है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत ने जिले के सभी क्षेत्रों में 10 हजार विभिन्न प्रजातियों के पौधरोपण करने का संकल्प लिया है।प्रत्येक जिला पंचायत क्षेत्र में 200 चारापत्ती और फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा। जिला पंचायत अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पौधरोपण के लिए प्रत्येक जिला पंचायत सदस्य से सूची पहले ले लें।पौधरोपण के लिए स्थान का चयन पहले से किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सिर्फ पेड़ पौधे लगाना ही हमारे जीवन का उद्देश्य नहीं होना चाहिए,बल्कि बच्चों की तरह लगाए गए पेड़ों की देखभाल करना हमारा कर्तव्य भी है।
उन्होंने कहा कि पहाड़ की महिलाओं का जंगलों से हमेशा गहरा नाता रहा है।लिहाजा हरेला पर्व पर पौधरोपण करने के दौरान महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी होनी चाहिए।जिस क्षेत्र और ग्राम पंचायत में पौध रोपण होना है वहां के ग्राम प्रधान,वार्ड सदस्य,बीडीसी सदस्य और जिला पंचायत सदस्यों को 2 दिन पहले सूचना देना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में जिस प्रजाति के पौधों की अधिक पैदावार होती है वही पौधे जरूरत के अनुसार उपलब्ध कराए जाए।
बैठक में अपर मुख्य अधिकारी संजय खंडूरी, अभियंता सतीश त्रिपाठी और अन्य विभागीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
प्रगति मीडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।।
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