सृष्टि के प्रथम संदेशवाहक महर्षि नारद है-दीपक कुमार केसरवानी
सोनभद्र-लोकमंगल के लिए लोकहित में समाचार का संकलन मौखिक एवं लिखित रूप से जन- जन तक पहुंचाना ही पत्रकारिता है।
यह कार्य सतयुग, द्वापर, त्रेता युग में देवर्षि नारद ने संवाद के माध्यम से देवताओं- दानवो के सम्मुख उपस्थित होकर लोकहित के लिए सूचनाओं का आदान प्रदान कर, आकाशवाणी की सूचना देकर लोक परलोक के हितार्थ कार्य किया। देवर्षि नारद को लोकमंडल का दिव्य संवाददाता माना जाता है इन्हें आज की पत्रकारिता की भाषा में स्पॉट रिपोर्टर कहा जा सकता है।
आधुनिक युग में भी पत्रकारिता का उद्देश्य लोकहित रहा है संवाद के प्रेषण का माध्यम प्रिंट मीडिया कालांतर में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रहा है। स्वाधीनता आंदोलन में प्रिंट मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है और स्वतंत्रता के बाद देश- समाज के हित में पत्रकारिता महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
उपरोक्त विचार विंध्य संस्कृति शोध समिति उत्तर प्रदेश ट्रस्ट के कार्यालय में विश्व के प्रथम संवाददाता देवर्षी नारद की जयंती पर वरिष्ठ पत्रकार एवं सोनघाटी पत्रिका के प्रधान संपादक दीपक कुमार केसरवानी ने व्यक्त किया।
विचार गोष्ठी में हर्षवर्धन केसरवानी, राजेश वर्मा, संजय श्रीवास्तव, रमेश देव पांडे, प्रतिभा देवी आदि लोग उपस्थित रहे।
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