आज शाहजहांपुर जेल में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में महिला बंदियों हेतु विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें महिला सशक्तिकरण हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वक्ताओं के द्वारा महिला अधिकारों पर विभिन्न कानूनी पहलुओं पर प्रकाश डाला गया तथा पाठ्य सामग्री वितरित की गई।
महिला बंदियों व उनके साथ रह रहे बच्चों द्वारा महिला सशक्तिकरण पर विभिन्न रोचक गीत, नृत्य व नृत्य नाटिका तथा नाटक प्रस्तुत किए गए। तथा सांस्कृतिक व लोकप्रिय लोकगीत प्रस्तुत किए गए।
जिसमें मुख्य रूप से महिला सशक्तिकरण पर आधारित गाना-"कोमल है, कमजोर नहीं " पर सामूहिक नृत्य," कृष्ण सुदामा प्रसंग " पर सुन्दर नाटकीय प्रस्तुति जिसे देखकर सभी की आंखें नम हो गई। शिव महिमा, पर लोकगीत व अन्य लोकगीत, राधा-कृष्ण की रोचक झांकी, कृष्ण द्वारा गोपियों से माखन की जबरन चोरी, बच्चों द्वारा गाने पर सामूहिक नृत्य, तथा "बेटी बचाओ बेटी पढाओ " पर सुन्दर नाटक की प्रस्तुति।
महिला सशक्तिकरण पर विभिन्न वक्ताओं द्वारा वक्तव्य, डिप्टी जेलर श्रीमती रामा देवी सिंह द्वारा 94 वर्षीय सर्वाधिक बुजुर्ग महिला को तिलक व माला पहनाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सौजन्य से सभी महिला बंदियों को होली की शुभ आवश्यक समझी जाने वाली गुझिया, मिष्ठान फल तथा अन्य खाद्य पदार्थ तथा चाकलेट व ठण्डा पेय भेंट किए गए ।
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