श्रीमती वर्षा डोंगरे को उनकी घोर लापरवाही अनियमितता एवं अनुशासनहीनता के कारण कलेक्टर सिवनी द्वारा आबकारी उत्तर वृत के प्रभार से हटा दिया गया है और उन्हें देशी मधभण्डागार सिवनी में सहायिका बनाया गया है ।
प्रमोद धुर्वे अब आबकारी उत्तर वृत के वृत प्रभारी होंगे ।
ज्ञात हो की कोरोना कर्फ्यू के कारण घोषित किए गए ड्राई डे के कारण माह अप्रैल 2021 से सिवनी जिले की सभी शराब दुकाने बंद कराई गई थी। दुकाने बन्द कराए जाते समय आबकारी विभाग द्वारा दुकानों का स्टॉक लेकर दुकाने सील की जानी थी और पंचनामा बनाया जाना था । कार्यवाही में पारदर्शिता रहे इसके लिए संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी अथवा फोटोग्राफी कराया जाना भी उचित था ताकि भविष्य में कोई शिकायत प्राप्त हो तो कार्यवाही भी की जा सके और जवाब भी दिया जा सके ए किन्तु
आबकारी उत्तर वृत सिवनी की वृत प्रभारी श्रीमती वर्षा डोंगरे ए आबकारी उपनिरीक्षक द्वारा ऐसा कोई कार्य न करते हुए अपनी घोर लापरवाही और अनियमितता दर्शाते हुए शराब दुकान बंद कराते समय न तो दुकान का स्टॉक लिया गया ए न पंचनामा बनाया गया न दुकानों को सील किया गया । इसका नतीजा ये हुआ कि शराब दुकान के ठेकेदारों ने कोरोना कर्फ्यू में कलेक्टर सिवनी द्वारा जारी ड्राई डे आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए दुकान में रखी सारी शराब निकाल निकाल कर बेच डाले ।
इससे शासन को भारी राजस्व का नुकसान हुआ क्योंकि कोरोना कर्फ्यू में जारी ड्राई डे में जितने दिनों शराब दुकाने बन्द रही उतने दिनों की लायसेंस फीस सरकार ने माफ कर दिया है लेकिन शराब ठेकेदारों ने अवैध रूप से शराब निकाल कर बेच डाला जिससे शासकीय राजस्व की चोरी हुई और इस कृत्य में वृत के अधिकारियों की मिलीभगत और सांठगांठ से इंकार नहीं किया जा सकता है ।
दिनाँक 31 मई 2021 को कलेक्टर सिवनी के आदेश पर आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा शराब दुकान के स्टॉक का सत्यापन किया गया जिसमें
पिंडरईए धारना बेहरई मलारा भोमा कान्हीवाड़ा छुई खैरापलारी केवलारी छिंदा ऊगली सरेखा पांडिया छपारा में स्थित शराब दुकानो में कोई स्टॉक नही पाया गया अर्थात पूरा माल निकाला जाकर बेच दिया गया ।
यदि वृत में पदस्थ अधिकारियों द्वारा शराब दुकानों को विधिवत सील किया जाता तो शराब दुकान के ठेकेदार दुकान से शराब निकाल कर नही बेच पाते और सरकारी राजस्व की चोरी नही हो पाती । जिले के कलेक्टर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके आबकारी विभाग के अधिकारियों को फटकार भी लगाए और समझाइश भी दिए लेकिन आबकारी उत्तर वृत के अधिकरियों के कान में जूं नही रेंगी और वे सोते रहे । इतना ही नही आबकारी विभाग के संभागीय अधिकारी श्री के ण्केण् डोहर ए डिप्टी कमिश्नर संभागीय उड़नदस्ता ए जबलपुर संभाग ख़ुद दो बार सिवनी आकर आबकारी विभाग सिवनी के समस्त अधिकरियों की मीटिंग लिए और पहली मीटिंग में समस्त अधिकारियों को समझाइश दिए और तब भी अधिकारियों की नींद नही खुली तो दूसरी बार की मीटिंग में अधिकारियों को खूब फटकार लगाए एए लेकिन आबकारी विभाग के अकर्मण्य अधिकारी तब भी अपनी लापरवाही से बाज़ नही आये क्योंकि उनकी शराब ठेकेदारों से मिलीभगत और सांठगांठ थी ।
अंततः जब मीडिया में बरघाटए पिंडरईए धारनाए बेहरई ए मलारा ए भोमा ए कान्हीवाड़ा ए छुई ए खैरापलारी ए केवलारी ए छिंदा ए ऊगली ए सरेखा ए पांडिया छपारा में स्थित 18 शराब दुकाने सील न होने की खबरें प्रकाशित हुई तब कलेक्टर सिवनी एवं डिप्टी कमिश्नर आबकारी द्वारा मामले को संज्ञान में लिया गया और कलेक्टर सिवनी द्वारा श्रीमती वर्षा डोंगरे ए आबकारी उप निरीक्षक उत्तर जिला आबकारी अधिकारी उत्तर वृत को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए श्रीमती वर्षा डोंगरे को आबकारी उत्तर वृत से हटाकर देशी वेयरहाउस सिवनी में सहायिका पदस्थ किया है ।
लेकिन क्या जिला प्रशासन की इस कार्यवाही से शासन को हुए राजस्व नुकसान की भरपाई हो पाएगी एएए ये प्रश्न अभी भी जीवित है ।
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