टिहरी।। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में शनिवार को देर सांय बैंकर्स की जिला स्तरीय समीक्षा एवं सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न हुई
बैठक में वर्ष 2023-24 के त्रिमास जून, 2023 तक बैंकों द्वारा विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत की गई,प्रगति एवं अन्य विषयों पर चर्चा/समीक्षा की गई।
जिला सभागार नई टिहरी में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी लेते हुए बैंकर्स एवं विभागीय अधिकारियों को विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का पात्र व्यक्तियों को समय से लाभ देने हेतु आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिये गये।
डी एम ने कहा कि इसके साथ ही लोगों के बीच जाकर अच्छे प्रोजेक्ट बनाकर फिल्ड में जाकर अच्छा काम करने, ब्लॉक लेबल बैंकर्स कमेटी(बीएलबीसी) का रोस्टर बीडीओ का उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि डिजीटल माध्यम से भुगतान करने हेतु लोगों को प्रोत्साहित करने तथा निर्धारित लक्ष्यों को समयान्तर्गत शत-प्रतिशत हांसिल करने के भी निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने एसबीआई और पीएनबी के अधिकारियों को ऋण जमा अनुपात के सीडी रेश्यों में सुधार लाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना/नैनो योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, एन.आर.एल.एम. एवं एन.यू.एल.एम. योजनान्तर्गत, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना, पं. दीनदयाल गृह आवास (होमस्टे) योजना, पीएम स्वनिधि,किसान क्रेडिट कार्ड की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी बैंक शाखायें चार्ट बनाकर सभी योजनाओं के अन्तर्गत लम्बित प्रकरणों की सूची कारण सहित पूर्ण विवरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। एलडीएम को सभी बैंकों के मैनेजर को वाट्सएप ग्रुप में जोड़ने,अच्छा और खराब प्रदर्शन करने वाले ब्रांच मैनेजरों को अगली बैठक में बुलाने,विभिन्न योजनाओं के तहत निरस्त किये गये प्रकरणों पर पुनःसमीक्षा कर कमियों को दूर करते हुए ऋण वितरण कराने के निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने कहा कि बैंकों का व्यवहार भी खाता धारको की वृद्वि का एक माध्यम है।
उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं में आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं,उनमें तत्काल ऋण वितरण करने,जनपद के दुरस्त क्षेत्रों में कैम्प लगाकर योजनाओं का प्रचार प्रसार करने तथा कृषकों की सक्सेस स्टोरी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।
पशुपालन,मस्त्य एवं डेयरी विकास विभाग को कृषकों से सेल्फ लोन लेने हेतु प्रेरित करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही बैठक में वर्ष 2023-24 में एसबीआई ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, प्रशिक्षु आईएएस आसीमा गोयल, एलडीएम मनीष मिश्रा, जीएम डीआईसी सीवीओ आशुतोष जोशी,सीएओ अभिलाषा भट्ट, डीटीडीओ अतुल भण्डारी,डीडीएम नाबार्ड के.एन. शुक्ला सहित अन्य बैंकों के मैनेजर एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला सभागार नई टिहरी में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश।
जिलाधिकारी ने जिले सभी स्कूल,आंगनवाड़ी केंद्रों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में बच्चों को कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल खिलाकर शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को इसकी रैंडमली चेकिंग करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं,कि'सरकार जनता के द्वारा'कार्यक्रम के दौरान भी एनीमिया मुक्त भारत के तहत आयरन और फॉलिक एसिड की टैबलेट तथा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अंतर्गत कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल खिलाये जाने को लेकर रिपोेर्टिंग करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय से कार्य कर कार्यक्रम को सफल बनाने के निर्देश दिये गये।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनु जैन ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाने हेतु दिनांक 22 अगस्त 2023 को जनपद में 01 लाख 78 हजार बच्चों को कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल खिलाने का लक्ष्य तय किया गया है।
01 से 19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्रों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी तथा 22 अगस्त को किसी कारण दवा खाने से छूट गए बच्चों को 29 अगस्त 2023 को मॉप अप राउंड में दवा खिलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि 01 से 02 वर्ष के बच्चों को चूरा बना कर आधा गोली तथा 03 से 19 वर्ष तक के बच्चों को 01 गोली चबाकर खाने को दी जायेगी।
उन्होंने बताया कि कृमि संक्रमण बच्चों में विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है,व्यक्तिगत स्वच्छता की कमी, कच्चा और दूषित भोजन,अधिक मिठाई और जंक फूड को सेवन आदि शामिल है,और इसके लक्षण पेट में दर्द, दस्त,मतली या उल्टी,गैस/सूजन,थकान,बिना कारण वजट घटना,पेट में दर्द होता है।
उन्होंने कहा कि परजीवी कीड़े लोगों के लिए खतरा है,कृमि संक्रमण बच्चों के जीवन की गुणवत्ता को कम कर सकता है,उनके शारीरिक विकास और मानसिक विकास को अवरूद्ध कर सकता है।
मातृ मृत्यु की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने तीसरी डिलीवरी वाली गर्भवती महिलाओं को ज्यादा जोखिम में रखते हुए निरन्तर उनकी निगरानी,काउंसलिंग एवं देखभाल करने के सख्त निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये।
जिलाधिकारी द्वारा सभी एमओआईसी को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत उपजिलाधिकारी,बीडीओ,बीईओ,सीडीपीओ के साथ बैठक कर माँ एवं शिशु के स्वास्थ्य की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने कहा कि आशाएं गर्भवती महिलाओं की काउंसलिंग उनके जोड़े के साथ करें और कार्रवाई की साप्ताहिक रिर्पोट प्रत्येक सोमवार को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का जीवन बचाना पहली प्राथमिकता रहे,इसके लिए हर सम्भव प्रयास किये जायें,कहीं भी कोई भी लापरवाही न हो, अन्यथा सम्बन्धित के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, प्रशिक्षु आईएएस आसीमा गोयल, सीएमएस अमित राय, डीईओ माध्यमिक उमा पंवार,डीईओ बेसिक वी.के.ढौंडियाल,डीपीओ शोहैब हुसैन,एटीओ अरविन्द चौहान,एडीआईओ सूचना भजनी भंडारी,सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।
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