पलायन प्रवाहित गांव किलवांण गांव का खंडविकास अधिकारी,फारेस्ट विभाग एवं राजस्व विभाग द्वारा गांव की सड़क का संयुक्त संरक्षण किया गया
कडींसौड़/बगिंयाल।।जिला पंचायत सदस्य विनोद कोहली एवं ग्राम प्रधान कन्स्युड़ मनोहर लाल के के नेतृत्व में वन विभाग,खंडविकास अधिकारी थौलधार,राजस्व उपनिरीक्षक कडांरखाल एवं मनरेगा जेई एवं ब्लाक ऑडीटर व समस्त ग्राम वासियों व संबंधित अधिकारी गणों की उपस्थिति में मेरा गांव मेरी सड़क योजना के तहत ज्वारना कन्स्युड़ मोटर मार्ग के टिपरसारी नामे तोक से किलवांण गांव तक 08/06/2023 को संयुक्त सर्वेक्षण किया गया।
ग्राम प्रधान मनोहर लाल उनियाल ने कहा कि किलवांण गांव रोड से काफी दूर होने के कारण वहां पर जो स्कूल बना हुआ था,उसमें बच्चे नहीं पढ़ पा रहे हैं क्योंकि लोगों ने रोड ना होने के कारण लोगों ने गांव को छोड़ कर पलाफयन कर दिया।
उन्होंने कहा कहा की ज्वारना से कन्स्युड़ गांव तक रोड बनाई गई है, जिसमें चौगानी किलवांण गांव को छोड़ दिया गया है। जिसके कारण किलवांण गांव में पलायन हुआ है।उन्होंने कहा कि जिन लोगों की जमीन ज्वारना कन्स्युड़ मोटर मार्ग पर उन्होंने वहां पर अपने मकान बना लिए हैं एवं जिनकी जमीनें रोड पर नहीं है उन्होंने देहरादून चंबा दिल्ली के लिए पलायन कर दिया है। जिसके कारण गांव पलायन की मार झेल रहा है। एवं गांव में बने पैतृक मकान खडंर में तब्दील हो गये है। प्रधान उनियाल ने कहा कि हमारे किलवांण गांव में सड़क ना होने के कारण वहां पर जो बच्चे स्कूल में पढ़ भी रहे थे उन्होंने भी स्कूल आना छोड़ दिया है। जिसके कारण अब स्कूल भी बंद हो चुका है। उन्होंने कहा की सभी ग्राम वासियों ने मिलकर विकासखंड थौलधार के खंड विकास अधिकारी से निवेदन किया कि हमारे गांव के लिए एक सामुदायिक भवन की स्वीकृति दे दो जिसमें हम नौनिहालों का स्कूल भी चला सके।
जिला पंचायत सदस्य विनोद कोहली का कहना है कि अगर गांव वालों की अपनी सिविल भूमी पर सहमति बन जाती है तो रोड़ बनने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और हम सभी जनप्रतिनिधि मिलकर संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही करने की मांग करेंगें।
उन्होंने कहा की जिला पंचायत स्तर से जो संभव होगा गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा।
वन विभाग की फॉरेस्टर अमिता का कहना है कि इस मामले पर उच्च अधिकारियों के साथ वार्ता करने के बाद ही क्लीन चिट मिल पाएगी।
खंड विकास अधिकारी थौलधार दुर्गा प्रसाद थपलियाल ने कहा कि संबंधित विभागों के संयुक्त सर्वेक्षण करने के तत्पश्चात फॉरेस्ट विभाग को किसी प्रकार का एतराज नहीं होगा तो शीघ्र ही इस गांव की सड़क के लिए विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी।
राजस्व उपनिरीक्षक दिपेंद्र राणा ने कहा की नक्शे के अनुसार जहां से रोड किलवांण गांव की ओर ले जाने की बात चल रही है वहां 3:30 मीटर के लगभग आवागमन का रास्ता पहले से ही है,अगर इसमें रोड बनाने की कार्यवाही की जाती है, तो 1मीटर के लगभग भूमि वन विभाग की आ रही है जिस पर वन विभाग की स्वीकृति मिलते ही रोड का कार्य प्रारंभ हो सकता है।
स्थानीय निवासी किशोरीलाल भट्ट का कहना है, हमारे गांव में रोड ना होने से हमारा पूरा गांव पलायन की मार झेल रहा है, जिसके कारण हम ग्रामवासी एक दूसरे के संपर्क में नहीं रह पा रहे हैं, जिसके कारण हमारे गांव के पैतृक मकान खंडर के रूप में नजर आ रहे हैं। उन्होंने संबंधित विभागों से ग्वार लगाते हुए कहा है कि मेरे गांव मेरी सड़क योजना के तहत किलवांण गांव को सड़क मार्ग से जोड़ा जाना अति आवश्यक है।
ग्रामवासी गजेंद्र प्रसाद भट्ट का कहना है की किलवांण गांव को कन्स्युड़,ज्वारना मोटर मार्ग से जोड़ा जाना बहुत जरूरी था। विभागीय सर्वे के अनुसार यह गांव सड़क मार्ग से छूट गया है, जिसके कारण इस गांव के निवासी अपने पैतृक घरों में जाने के लिए कतराते हैं। क्योंकि गांव में सड़क ना होने के कारण ना तो कोई परिवार रह पा रहा है, और ना ही यहां पर कुछ उचित सुविधा उपलब्ध है, उन्होंने कहा है कि संबंधित विभाग शीघ्र अपनी ओर से गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए क्लीनचिट देने की कोशिश करें जिससे कि यह गांव एक बार फिर अपनी पुरानी पहचान में आ सकें।
पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य मंसाराम भट्ट का कहना है कि हमारे गांव में सड़क ना होने के कारण किसी भी प्रकार की व्यवस्था ना होने के कारण हमारा गांव खत्म होने की कगार पर है।
उन्होंने कहा की पलायन को लेकर सरकार बड़े बड़े फरमान जारी करती है।लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है।जब पहाड़ी क्षेत्रों के छोटे-छोटे गांव को सड़क मार्ग से नही जोड़ा जा रहा है तो पलायन किस आधार पर रुकेगा। उन्होंने कहा की सरकार को छोटे-छोटे गांव को विकसित करने के लिए सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य आदि सभी व्यवस्थाएं देनी होगी जिससे कि उत्तराखंड के पहाड़ी जिले अभी भी समय रहते पलायन की मार से बच सकें।
इस मौके पर खंडविकास अधिकारी थौलधार दुर्गा प्रसाद थपलियाल,राजस्व निरीक्षक कंडारखाल दिपेंद्र राणा, फाॅरेस्टर अनिता पैन्योली, ग्राम प्रधान मनोहरलाल उनियाल, जिला पंचायत सदस्य विनोद कोहली, क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि नैन सिंह,फाॅरेस्ट गार्ड कुंवर चंद रमोला, ऑडीटर गजेंद्र प्रसाद भट्ट, किशोरीलाल भट्ट, मंसाराम भट्ट पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य,बालकृष्ण भट्ट, हीरामणि भट्ट, गिरीश प्रसाद, रोशन लाल,चिरंजीलाल,ज्योति प्रसाद, जगदंबा देवी, प्रियंका देवी, प्रतिमा देवी, शारदा देवी आदि मौजूद रहें।
प्रगति मिडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।।
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