जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा बच्चों के अधिकार व संरक्षण के प्रति लोगों को किया जा रहा है जागरूक- शेषमणि दुबे
जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा सड़क जैसी परिस्थियों में रहने वाले बच्चों व भीख मागने वाले बच्चों के पुनर्वासन हेतु बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, सब्जीमंडी सहित विभिन्न स्थानें पर चलाया गया रेस्क्यू आपरेशन
सोनभद्र। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह केट आदेश के क्रम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार खैरवार के नेतृत्व मे जिला बाल संरक्षण इकाई सोनभद्र से संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक, गायत्री दुबे सामाजिक कार्यकर्ता वीणा राव,आकांक्षा उपाध्याय व ओ आर डब्ल्यू शेषमणि दुबे द्वारा सोनभद्र रेलवे स्टेशन पर रेलवे अधीक्षक अनिल सिंह के अध्यक्षता मे बैठक आहूत कराते हुए बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, वाल तस्करी की रोकथाम एवं परित्यक्त बच्चों के संरक्षण के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए योजना बनायी गयी साथ ही जिला बाल संरक्षण इकाई टीम द्वारा थाना राराबर्ट्सगं कस्बा,आदि स्थानों पर भ्रमण कर बच्चों का चिन्हाकन कर परामर्श व बच्चों को संरक्षण प्रदान कराया गया जिसके अन्तर्गत आज रावर्टसगंज मे नाबालिग बच्चों को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराते हुए परिवार जनों को परामर्श भी दिया गया।
ओ आर डब्ल्यू शेषमणि दुबे द्वारा बताया गया कि जिलाधिकारी द्वारा जारी कैलेन्डर आदेश के अनुसार जनपद में बाल भिक्षावृत्ति, कूड़ा बीनने वाले नाबालिग बच्चों का चिन्हाकन व रेस्क्यू करके उन्हें संरक्षण प्रदान कराया जा रहा है और मुक्त कराये गये बच्चों केअभिभावक/परिवार को परामर्श दिया जा रहा है की बच्चो से भिक्षावृत्ति या कूड़ा करकट का कार्य ना कराये साथ ही यह भी बताया गया कि यह विशेष अभियान पूरे मई माह तक चलेगा बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराये गये पात्र बच्चों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से भी लाभान्वित कराया जायेगा और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत पंजीकृत कर उनके भविष्य के दृष्टिगत शिक्षा से जोड़ते हुए शिक्षा और पोषण के लिए 23 वर्ष की आयु तक प्रतिमाह 2500 रुपए दिया जायेगा साथ ही यह भी कहा गया की बच्चों के जीवन में ना करो अधियारा, पढ़ा लिखा कर बनाओ इनका जीवन न्यारा।
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