मैराथन दौड़ को प्रमुख प्रभा बिस्ट व कॉलेज की प्रिंसिपल गौरी सेवक ने हरी झंडी दिखकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
समारोह में कॉलेज के छात्र/छात्रओं ने बढ़ चढ़कर शिरकत की। क्रीड़ा प्रभारी डाॅ॰ मनोज कुमार ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया।
छात्र वर्ग की 100 मीटर दौड़ में मोहित चौहान ने प्रथम, आशीष राणा ने द्वितीय और शमशाद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
छात्रा वर्ग में संजना ने प्रथम, आरती ने द्वितीय और शिया रावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 200 मीटर छात्रा वर्ग में सचिन सिंह ने प्रथम, मोहित चौहान ने द्वितीय और आशीष सिंह राणा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
छात्रा वर्ग में संजना ने प्रथम, गायत्री ने द्वितीय और आरती ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
400 मीटर दौड़ में मोहित चौहान ने प्रथम,सचिन सिंह ने द्वितीय और सचिन राणा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। छात्रा वर्ग में संजना ने प्रथम,आरती ने द्वितीय और शिया रावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
चक्का फेंक में उपेंद्र ने प्रथम,सचिन सिंह ने द्वितीय और सचिन राणा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।छात्रा वर्ग में आरती ने प्रथम,संजना ने द्वितीय और डॉली ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में गंभीर सिंह जड़धारी, बुद्धि सिंह बिष्ट कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। इस अवसर पर जय सिंह कठैत पी टी आई, विनोद सेमवाल,समर सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।
उत्तरकाशी।। राजकीय महाविद्यालय विद्यालय चिन्यालीसौड़ में विकास पर राष्ट्रीय सम्मेलन।
चिन्यालीसौड़। राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में स्वदेशी तकनीकी ज्ञान को और परिमार्जित करने पर जोर दिया गया।
कॉलेज के विज्ञान संकाय के तत्वावधान में यूकोस्ट द्वारा प्रायोजित उत्तराखंड आयामों और चुनौतियों के स्वदेशी विकास के लिए नवीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी को सशक्त बनाना विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया ।
आयोजन में मुख्य अतिथित उच्च शिक्षा के संयुक्त निदेशक प्रो. आनंद सिंह उनियाल,विशिष्ट अतिथि प्रो. गौरि सेवक, प्रो. योगेश कुमार शर्मा, प्रो. मधु थपलियाल और प्रिंसिपल प्रो. प्रभात द्विवेदी ने दीप प्रज्जवलित कर सेमिनार का शुभारंभ किया।
कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. प्रभात द्विवेदी ने अतिथियों को उत्तराखंड संस्कृति पहचान की प्रतीक टोपी पहना कर अतिथियों का स्वागत किया ।
इस मौके प्रिंसिपल प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने कहा कि जीवन का उद्देश्य है,ज्ञान प्राप्त करना जो निरंतर गतिमान है।
इस कॉन्फ्रेंस का विषय उत्तराखंड के अभिनव विकास में विज्ञान और तकनीकी किस रूप में आज योगदान दे रही है।
प्रो. आनंद सिंह उनियाल ने कहा कि इस सेमिनार में जो विषय रखा गया है। वह उत्तराखंड के विकास को समझने में काफी महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने कहा प्रकृति का नियम है।जहां कुछ नहीं बोएंगे वहां घास उग जाती है। उसी भांति यदि हम अच्छी आदतों को विकसित नहीं करेंगे तो हमें हमारे अंदर नकारात्मक विचार आएंगे ।
प्रोफेसर गौरि सेवक प्राचार्य कमांद ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से स्थानीय उत्पाद पर भी प्रभाव पड़ता है। पिरुल के जलने से भी पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। लेकिन यदि हम विज्ञान और तकनीकी की बात करते हैं,तो इस क्षेत्र में काफी प्रगति देखने को मिलती है। मंगल ग्रह पर भेजा गया मंगलयान आधुनिक तकनीकी से निर्मित है।तथा उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के महत्वपूर्ण पहलू है।जिससे छात्र अपना स्किल डेवलेप कर सकते हैं।
प्रो. योगेश कुमार शर्मा ने कहा कि आज तकनीकी ने काफी विकास कर लिया है,अधिकांश हमारे प्रयोग में नैनो तकनीकी का व्यापक प्रभाव दिखाई देता है ।
प्रो.मधु थपलियाल ने कहा कि उत्तराखंड की अपनी अलग भौगोलिक दशा है। स्वास्थ्य ,शिक्षा एवं कृषि यहां की रीढ़ है । इन क्षेत्रों में तकनीकी का अधिकाधिक इस्तेमाल हो सके।जलवायु परिवर्तन के कारण आज खाद्यान्न, पानी की कमी दिखाई दे रही है। प्रकृति से हम सब कुछ ले रहे हैं लेकिन हम उसको नहीं निचोड़ रहे हैं।
प्रो. मधु थपलियाल ने कहा कि प्रकृति और उसकी व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड में तकनीकी विकसित की जानी है चाहिए। राष्ट्रीय सेमिनार के सचिव डॉ बृजेश चौहान ने कांफ्रेंस की रूपरेखा प्रस्तुत की। कॉन्फ्रेंस के संयोजक डॉ रजनी लस्याल ,सचिव बृजेश चौहान एवं अतिथियों द्वारा एबस्ट्रेक्ट बुक का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ कृष्णा डबराल ने कहा कि स्वदेशी विकास में तकनीकी का काफी महत्वपूर्ण रोल होता है।जो उत्तराखंड में संभव है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस की संयोजक डॉ रजनी लसियाल ने सभी अतिथियों का युकोस्ट, स्कॉलर, मीडिया,कृषि विज्ञान केंद्र से डॉक्टर पंकज नौटियाल एवं कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया ।
टेक्निकल सेशन में प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा नैनोटेक्नोलॉजी, डॉक्टर सीमा ने नेचुरल रिसोर्स एवं डॉ हरीश जोशी ने अपने विचार रखे महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विनीत कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया का अधिक से अधिक प्रयोग किया जाए ताकि अधिकांश लोग इससे जुड़ सकें और अपनी बात को समाज तक पहुंचा सके।
शिक्षा शास्त्र के प्राध्यापक डॉ कुलदीप ने कहा कि शिक्षा व्यक्ति की अंतर्निहित शक्तियों का सर्वांगीण विकास करती है।
इस अवसर पर छात्रसंघ अध्यक्ष राजन महंत भी उपस्थित रहे। स्कॉलर छात्र के रूप में दीपक राणा,कुमारी शिवानी,रुचिता ,आरती, राजीव ,मोहित भट्ट एवं अदिति उनियाल, डॉ विक्रम सिंह ,डॉक्टर शैला जोशी ,डॉ प्रमोद कुमार दिनेश चंद्र,डॉ आलोक बिजलवान,डॉ मोनिका असवाल,डॉ दीपक ,राम चंद्र नौटियाल ,मोहनलाल ,श्रीस्वर्ण सिंह गुलेरिया,मीडिया प्रभारी डॉ खुशपाल सिंह और डॉ अशोक कुमार अग्रवाल मौजुद रहें।
प्रगति मिडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।।
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