आशीष रावत मध्यप्रदेश ...... प्रदेश भर के अस्पतालों में आज कोविड के नए वैरिएंट BF.7 से निपटने के लिए मॉकड्रिल हो रही है। चीन में कोरोना संक्रमण से भयावह स्थिति बनने के बाद देशभर में बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारी अलर्ट है। नर्मदापुरम जिला अस्पताल में सुबह मॉकड्रिल 10.30 बजे मॉकड्रिल की गई। जिसमें ऑक्सीजन से लेकर और अन्य सुविधाओं पर को परखा गया है। जिला अस्पताल के आरएमओ डॉक्टर सुनील जैन नेतृत्व में 3 मिनिट में मॉकड्रिल खत्म हुई। CMHO और सिविल सर्जन इस दौरान मौजूद नदारत रहे। एम्बुलेंस से मरीज को अस्पताल के पिछले गेट पर लाया गया। जहां पीपी कीट पहनकर स्टॉफ मौजूद था। तत्काल मरीज को स्ट्रेचर पर लेटाकर गेट से कोविड वार्ड तक बने ग्रीन कॉरिडोर से मरीज को ले जाया गया। वार्ड में मौजूद डॉक्टर और वार्डबाय और नर्सिंग स्टॉफ ने मरीज को बैड पर रखकर इलाज शुरू किया। मरीज के ऑक्सीजन लेवल लिया गया। फिर सेंट्रल लाइन से मरीज को ऑक्सीजन लगाई है।सवा साल पहले 1000 लीटर के लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट को ऑन कर उसकी क्षमता और ऑक्सीजन की शुद्धता की जांच की गई। 99.9 प्रतिशत की शुद्धता वाला ऑक्सीजन जनरेट होता हुआ मिला है।
वार्ड में ऑक्सीजन की उपलब्धता और लाइन में ऑक्सीजन के संचालन के लिए लगे अलार्म भी अपडेट हैं, वे ग्रीन सिग्नल दिखा रहे हैं। यानी सप्लाई जारी है। आईसाेलेशन वार्ड तैयार किया गया है। अस्पताल में कोविड को लेकर नए वार्ड बनाए हैं। यदि कोविड को लेकर हालात बिगड़ते हैं तो वार्ड और बेड बढ़ाकर हालात को काबू किया जाएगा।
भोपाल के जिला अस्पताल जेपी हॉस्पिटल में मॉकड्रिल के दौरान बड़ी चूक सामने आई। हॉस्पिटल कैंपस में लगे दो ऑक्सीजन प्लांट में से एक PSA प्लांट की बिजली सप्लाई केबल पीछे से कट गई। हॉस्पिटल की नई बिल्डिंग के कंस्ट्रक्शन वर्क के चलते केबिल कट गई और PSA प्लांट में मेजर फॉल्ट हो गया। डेढ़ महीने से प्लांट बंद था। जब सरकार ने मॉकड्रिल के निर्देश दिए, तब जाकर L&T कंपनी के इंजीनियर पहुंचे और प्लांट की रिपेयरिंग शुरू की। मॉकड्रिल के दौरान भी इंजीनियर प्लांट को दुरुस्त करने में जुटे रहे। दोपहर 2 बजे तक इसे डायरेक्ट सप्लाई देकर स्टार्ट किया गया।
इंदौर में अगले महीने प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट है। कोरोना का खतरा भी मंडरा रहा है। सीएमएचओ डॉ. बीएस सेतिया ने सोमवार को शहर के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर जायजा लिया। वे सुबह टीम के साथ हुकुमचंद पॉलीक्लिनिक, पीसी सेठी अस्पताल सहित अन्य अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति देखी और अपने सामने संचालन कराया।
COMMENTS