करंट लगा किया बाघ का शिकार, एक पंजा काटकर अज्ञात शिकाारियों ने पेंच नदी में बहा दिया शव
सिवनी- पर्यटन सीजन प्रारंभ होने के पहले दिन पेंच टाइगर रिजर्व की सिवनी-छिंदवाड़ा सीमा पर कोना पिंडरई और बेलपेठ गांव बीच बहने वाली पेंच नदी के पानी में उतराता एक वयस्क नर बाघ का शव 1 अक्टूबर की सुबह मिला है। शव के पोस्ट मार्टम से स्पष्ट हुआ है कि, करंट लगाकर बाघ का शिकार किया गया है। बाघ का एक पंजा काटकर शव को पेंच नदी में बहा दिया गया है।
करीब तीन-चार दिन पहले बाघ की मौत होने का अनुमान है। नदी में बाघ का शव देखकर स्थानीय मछुआरों ने इसकी जानकारी वन अधिकारियों व अमले को दी। मौके पर पहुंची पेंच टाइगर रिजर्व की टीम ने वन्यप्राणी पशु चिकित्सक से शव का पोस्ट मार्टम कराया।
पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने बताया कि, शनिवार सुबह करीब 7 बजे कुंभपानी बफर परिक्षेत्र से सिवनी के बेलपेठ गांव के पास ग्रामीणों ने पेंच नदी में वन्यप्राणी बाघ का शव उतराता देखा। सरपंच के माध्यम से वन अमले को इसकी सूचना दी गई। मौके पर पहुंचकर पेंच टाइगर रिजर्व के अमले ने शव को पानी से बाहर निकालकर वन्यप्राणी चिकित्सक डा. अखिलेश मिश्रा से अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्ट मार्टम कराया। इसमें पता चला कि, बाघ वयस्क नर है। बाघ के पैरों पर करंट लगने के निशान पाए गए हैं। अज्ञात शिकारियों ने मृत बाघ के दाहिने पैर का पंजा काटकर शव को नदी में बहा दिया है, ऐसा प्रतीत होता है। बाघ का शव तीन दिन से ज्यादा पुराना है, जो पानी में बहकर किनारे तक पहुंच गया।
करंट लगाकर बाघ का शिकार करने वाले अज्ञात आरोपितों पर प्रकरण दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी गई है।क्षेत्र में निरंतर गश्ती की जा रही है। गौरतलब है कि, 1 अक्टूबर से पेंच टाइगर रिजर्व सहित मध्यप्रदेश के सभी छह राष्ट्रीय उद्यान के कोर क्षेत्र के गेट पर्यटकों के लिए खुले गए हैं। आज सुबह टुरिया गेट पर पार्क के अधिकारियों ने पर्यटन सीजन का शुभारंभ करते हुए जंगल की सैर करने पहुंचे पर्यटकों को वन्यप्राणी के संरक्षण की जानकारी देकर कोर गेट से प्रवेश दिया। ऐसे में पहले दिन पेंच टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघ के शिकार का मामला आने से वन अमले की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने नईदुनिया से चर्चा में कहा है कि, बाघ के शिकार में यदि किसी व्यक्ति के पास कोई भी सूचना हो तो वह दूरभाष क्र. 9424794108 पर जानकारी दे सकता है। सूचना देने वाले का नाम पूरी तरह गुप्त रखा जाएगा व उसे उचित ईनाम दिया जाएगा।
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