पं. सुमित पचौरी शास्त्री दिल्ली.....गणेश चतुर्थी का पावन पर्व हर साल भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व 10 दिनों तक चलता है...
गणेश चतुर्थी का उत्सव हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान श्री गणेश के भक्त उन्हें पूरे उत्साह के साथ घर पर लेकर आते हैं और स्थापित करते हैं. इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को है. गणेश उत्सव का पर्व 10 दिनों तक चलता है। 10 दिन भक्तों के साथ रहने के बाद भगवान गणेश अपने धाम को लौट जाते हैं। 31 अगस्त को गणपति स्थापना के 10 दिन बाद यानी 9 सितंबर को विसर्जन होगा। मान्यता है कि जो व्यक्ति इन दिनों में गणेश जी को घर में बैठाकर सच्चे मन से उनकी आराधना करता है, उसके जीवन से तनाव खत्म हो जाता है और सुख शांति बनी रहती है।
गणेश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त-
गणेश चतुर्थी की तिथि का आरंभ 30 अगस्त, मंगलवार को दोपहर 03 बजकर 34 मिनट पर होगा। चतुर्थी तिथि का समापन 31 अगस्त, बुधवार को दोपहर 03 बजकर 23 मिनट पर होगा। गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त 31 अगस्त को सुबह 11 बजकर 05 मिनट से शुरू होकर 1 सितंबर को रात 01 बजकर 38 मिनट तक रहेगा।
गणेश चतुर्थी पूजन विधि
गणेश चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करके लाल या पीले कपड़े पहन लें। यह रंग भगवान गणेश जी को बेहद पसंद है। अब पूजा स्थल पर पीला या लाल कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। उसके बाद उनका जलाभिषेक करके उन्हें सिंदूर का तिलक करें। अब उन्हें दूर्वा, फल, फूल और मिष्ठान चढ़ाएं और घी के दीपक जलाकर आरती करें. भगवान विष्णु को दूर्वा अवश्य चढ़ानी चाहिए क्योंकि उन्हें दूर्वा बहुत अधिक पसंद है। अब गणेश जी के मंत्रों का जाप करें। गणेश जी के मंत्र ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें ।
गणेश चतुर्थी पूजा सामग्री लिस्ट
गणेश भगवान की पूजा लिस्ट में गणेश की प्रतिमा, लाल कपड़ा, जनेऊ दूर्वा, कलश, नारियल, रोली, पंचामृत, मौली लाल, पंचमेवा, गंगाजल शामिल है।
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