*विश्व पर्यावरण दिवस*
महिलाएं पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के साथ पर्यावरण सुरक्षा और संरक्षण के प्रति सचेत हो रही है। घर -गृहस्थी की व्यवस्था को संभालते हुए घर की बालकनी और खुले छत पर पौधों को लगाकर महिलाएं घर के पर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है । उक्त बातें पर्यावरण दिवस के अवसर पर ब्रम्हाकुमारीज के विकास नगर स्थित स्थानीय सेवाकेंद्र पर संस्था के खुले छत पर पौधे लगाकर जागरूकता उत्पन्न करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी सुमन ने कहा । उन्होंने कहा कि पौधों को भी बच्चों की तरह स्नेह और प्रेम के सकारात्मक वायब्रेशन की आवश्यकता होती है इससे पौधों में तीब्र गति से बृद्धि होती है । आर्यन एकेडमी का प्रधानाचार्य श्रीमती चित्रा जलान ने कहा कि महिलाएं घर के खुले स्थानों पर प्लास्टिक के खाली पड़े बड़े डिब्बो में मिट्टी भरकर फूल और सब्जी उगा सकती है । इससे घर के बजट पर भार कम करने के साथ-साथ पर्यावरण शुद्ध और शांतमय होगा । साईं हॉस्पिटल की प्रबंधक निदेशक डॉ अनुपमा सिंह पौधारोपण करने के बारे में कहा कि हमारी वर्तमान और भविष्य के आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए बृक्षारोपण के लिए सभी को आगे आकर सहयोग की आवश्यकता है । अन्यथा मनुष्य का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा । मारवाड़ी युवा महिला मंच सोन की अध्यक्ष श्रीमती अंकिता केजरी ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन के आधार हैं ऑक्सीजन से लेकर सारी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। हमें लोगों को गिफ्ट में पौधा देना चाहिए । मंच संचालन कर रहे डॉ हरींद्र भाई ने कहा कि पौधे लगाने जैसा पुण्य कार्य करने के लिए समय का इंतजार नहीं करना चाहिए । प्रकृति के संकेत और संदेश को समझकर वृक्षारोपण करने की आवश्यकता है अन्यथा दूसरी सभ्यताओं की तरह एक दिन हम इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह जाएंगे । इस अवसर पर बी के प्रतिभा रेखा खंडेलवाल,सरोज बहन , कविता दीपशिखा,राजीव शुक्ला,रामप्रवेश भाई व सभी माताए, भाई ,व बच्चों ने भी पौधरोपण किया।
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