चुनाव नजदीक आते ही आई मुख्यमंत्री जी को जसवां प्रागपुर की याद।कोंग्रेसी नेता सुरेंद्र मनकोटिया ने बीजेपी सरकार व् मंत्री पर किये तीखे प्रहार.
चुनाव नजदीक आते ही आई मुख्यमंत्री जी को जसवां प्रागपुर की याद। जो घोषणाएं की हैं वे 2017 चुनाव से पहले बिक्रम ठाकुर द्वारा करवाई गई.
69 नेशनल हाइवे की झूठी घोषणाओं , जिनमें 4 जसवां प्रागपुर के हाईवे थे, की तरह हैं। आजतक न तो नेशनल हाईवे बने और न ही यह आफिस बनेंगे सिर्फ ये शगुफे हैं। चुनाव के बाद सब दफन हो जाएगें । यह धूमल जी के उन ड्रामेवाजी की तरह हैं जिन्होनें चुनाव से एन पहले झूठ में देहरा में एडीसी और डाडासीबा में तहसीलदार बैठा दिया था। बाद में सब छूमंतर हो गया। इन चुनावी घोषणाओं का भी यही हश्र होगा। अगर कुछ देना ही था तो साढ़े 4 साल कहां सोए रहे। यह बिक्रम ठाकुर द्वारा झूठ में डाडासीबा के लिए किए गए बस अड्डे के वायदे की तरह है जिसका आजतक कोई नामोनिशान ही नहीं है।
जहांतक सभा की बात है तो प्रागपुर में भीड़ जुटाने के लिए बुरी तरह से सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किया गया। विभिन्न विभागों के अधिकारियों की अपने कर्मचारियों और दुसरे लोगों को सभास्थल पर लाने की डयूटी लगाई गई थी। सभी आशा वर्कर्ज़, आंगनवाड़ी वर्कर्ज़, ब्लाक के कर्मचारियों, पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति विभाग, बिजली बोर्ड के कर्मचारियों पंचायत प्रतिनिधियों को डरा-धमका कर रैली में आने के लिए मजबूर किया। इतना कि मनरेगा मे लगे लोगों को, उनकी फ्री में दिहाड़ी लगवाने का लालच देकर रैली में बुलाया गया लोगों को बहला फुसलाकर भीड़ इकट्ठी करने के लिए बुलाया गया।
जनाव अगर इतने साल काम किया होता तो भीड़ इकट्ठी करने में पसीने न छुटते।
और इसी भीड़ को जुटाने के लिए सारी सरकारी व प्राईवेट बसें रैली के लिए लगा दी हैं। यात्रियों, विद्यार्थियों को भारी असुविधा हुई। वे कई घंटों तक सड़क पय खड़े रहे। लोगों को जबरदस्ती बसों में बिठाया गया
अब यही परेशान यात्री व जबरदस्ती बसों में बिठाए गएक्षलोग बीजेपी के ताबूत में आखिरी कील ठोकेंगे।
प्रगति मीडिया संवाददाता जतिन कुमार की रिपोर्ट।
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