इसके बाद नगर में श्रीराम दरबार की शोभायात्रा निकाली गई। इसके पूर्व रविवार को रात्रिकालीन प्रवचन में गोरखपुर के कथावाचक हेमंत त्रिपाठी और प्रयागराज के कथावाचक मुरारी जी शास्त्री ने श्रीराम के राज्याभिषेक की कथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि-" भगवान श्रीराम ने जब रावण का वध कर दिया तब दशरथ जी पृथ्वी पर आए और उन्होंने रावण के वध पर हर्ष जताया। उन्होंने श्रीराम जी से वर मांगने को कहा। तब भगवान श्रीराम ने मझली मां कैकेई को क्षमा करने की दशरथ जी से प्रार्थना की। कथावाचक ने भगवान श्रीराम पुष्पक विमान से सीता, लक्ष्मण, हनुमान, जामवंत, सुग्रीव, अंगद आदि के साथ अयोध्या आगमन और श्रीराम राज्याभिषेक की कथा का मार्मिक ढंग से वर्णन किया। वही मानस मंच पर महामंत्री सुशील पाठक ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि-" आगामी वर्षों में महायज्ञ का आयोजन होता रहेगा, मिडिया प्रभारी हर्षवर्धन केसरवानी द्वारा वर्ष 2021-22 में श्री रामचरित मानस नवाह पाठ महायज्ञ का चलाई गए लाइव प्रसारण देश- विदेश के 12 लाख से अधिक राम भक्तों ने देखा और सराहा। उन्होंने मानस समिति के समस्त पदाधिकारियों, सदस्यों, सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर यजमान अजय कुमार शुक्ला, शिशु तिवारी, इंद्रदेव सिंह, मिठाई लाल सोनी, संगम गुप्ता, मंच आचार्य पंडित संतोष कुमार द्विवेदी, पंडित शिव कुमार शास्त्री, पंडित अनिल पांडेय, पंडित यशवंत पांडेय, अनिल चौबे ने श्री राम दरबार की भव्य आरती उतारी इसके पश्चात नगर में शोभायात्रा निकाली गई और भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया। अयोजित शोभा यात्रा में शोभायात्रा मुख्य व्यास सूर्यलाल मिश्र, पूर्व अध्यक्ष रतनलाल गर्ग, महामंत्री सुशील पाठक, डॉ. कुसुमाकर श्रीवास्तव, ओमप्रकाश त्रिपाठी, शिशु त्रिपाठी, महेश दुबे, रविंद्र पाठक, दीपक कुमार केसरवानी, सत्य प्रताप सिंह, विमलेश पटेल, अनिल त्रिवेदी, मन्नु पाण्डेय, शुधाकर दुबे, चंदन चौबे, हर्षवर्धन केसरवानी, शुभम शुक्ला, ऋषभ सिंह आदि शामिल रहे।
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