हेरिटेज द्वारा संचालित 100 शैय्या युक्त मातृ शिशु स्वास्थ्य विंग को बंद कराने की, की मांग।
अस्पताल के नाम पर चल रहा बूचड़खाना - पूर्वांचल नव निर्माण मंच ।
सोनभद्र, भाजपा सरकार के कार्यकाल मे सोनभद्र जिला अस्पताल में महिलाओं के लिए 100 शैय्या युक्त मातृ शिशु स्वास्थ्य विंग का संचालन पीपीपी मॉडल पर शुरु किया गया है । जिसके संचालन की जिम्मेदारी वाराणसी की प्रतिष्ठित स्वास्थ्य यूनिट हैरिटेज को दी गई है। अनुबंध के अनुसार अनुसार प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं का प्रसव तथा नवजात शिशु की दवा इलाज होना सुनिश्चित किया गया है । पूर्वांचल नव निर्माण मंच के नेता श्रीकांत त्रिपाठी तथा गिरीश पाण्डेय ने संचालन कर रही संस्था हेरिटेज पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी सोनभद्र तथा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ईमेल भेजकर तथा ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए 100 शैय्या युक्त मातृ शिशु स्वास्थ्य विंग को बंद कराने की मांग की है ।
नेता द्वय ने ईमेल के माध्यम से बताया कि मातृ शिशु अस्पताल में गैर प्रशिक्षण प्राप्त नर्सिंग स्टाफ नियुक्त कर मरीजों की हलाली की जा रही है । नेता द्वय ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल का संचालन भौतिक रुप से सिर्फ एक डॉक्टर रख कर चला रहा है हेरिटेज । संभव है कागजों पर कोरम पुरा करने के लिए डाक्टर्स नियुक्त हों जो मौके पर नदारद रहते हैं । कहा यह जांच का विषय है । नेता द्वय ने ईमेल के माध्यम से यह भी बताया कि 100 शैय्या युक्त मातृ शिशु स्वास्थ्य विंग सोनभद्र में ना तो किसी तरह के जांच की व्यवस्था है और ना ही दवाई ही मरीजों को मिलती है। मरीज जांच तथा दवाई के लिए खुले बाजार में भेजे जाते हैं, आपातकालीन ब्लड का इंतजाम भी हेरिटेज द्वारा नहीं कराया जा रहा है । नेता द्वय ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल मे नवजात शिशु के लिए इमर्जेंसी कोई सुविधा उपलब्ध नही है। आईसीयू तथा आक्सीजन के अभाव मे प्रायः प्रतिदिन मरीज तथा शिशु की मौत बदइंतजामी के कारण हो रही है ।
गिरीश पाण्डेय ने कहा जब केवल मरीजों के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट करने के लिए लोगों के जीवन के साथ खेला जा रहा है, जो बेहद दुखद तथा दुर्भाग्यपूर्ण है। नेता द्वय ने अस्पताल की दुर्व्यवस्था को दुर कराने की मांग करते हुए कहा कि यदि ढंग से इलाज ना दे सके हेरिटेज तो अस्पताल को बंद कराये सरकार । अथवा जनपद मे बड़ा आंदोलन लोग करने को बाध्य होंगे
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