देवरिया 07 जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर विकास खण्ड देवरिया में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के सचिव न्यायाधीश आरिफ निसामुद्दीन खान रहें। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के सचिव न्यायाधीश आरिफ निसामुद्दीन खान ने वहॉ उपस्थित समस्त आजमानस का विधिक जानकारियॉ दी।
उन्होंने कहा कि आज महिलायें हर क्षेत्र में सक्रिय हैं तथा उन्हें न्यायालय द्वारा विभिन्न तरह के मूल अधिकार प्राप्त हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिवेश में छोटी-छोटी बातों पर लोग आपस में लड़ने लगते हैं। यदि किसी महिला का पारिवारिक विवाद हो जाता हैं और वह उसका निपटारा चाहती हैं तो वह एक प्रार्थना पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के कार्यालय में प्रस्तुत कर सकती हैं। उस मामलें में कार्यालय द्वारा नोटिस भेजकर विपक्षी पक्ष को बुलाया जाता हैं और दोनों पक्षों को सुलह के आधार पर उस मामलें को निस्तारित किया जाता हैं। उन्होंने बताया कि मध्यस्थता एवं सुलह-समझौता केन्द्र एक ऐसा प्लेटफार्म हैं जहॉ दोनों पक्ष आकर अपने समस्या का समाधान पाते हैं इससे दोनों पक्षों का समय तथा धन दोनों की बचत होती हैं तथा न्यायालय पर होने
वाले अतिरिक्त भार में कमी आती हैं। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों पर विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि महिलाओं को समान कार्य हेतु समान वेतन, समानता का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, बोलने का अधिकार, जानने का अधिकार, क्षतिपूर्ति पाने का अधिकार हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी व्यक्ति को निःशुल्क विधिक सहायता की आवश्यकता हो तो वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के कार्यालय में एक प्रार्थना देकर निःशुल्क विधिक सहायता प्राप्त कर सकता हैं।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से चन्द्रभूषण मणि त्रिपाठी सहायक विकास अधिकारी देवरिया, ए0डी0ओ0आई0एस0बी0 देवरिया, विद्वान अधिवक्ता अरविंद पाण्डेय, बिनोद कुशवाहा, मजहर अली, चितरंजन कुमार बरनवाल, हरेराम मद्धेशिया, सत्यानंद पाठक, ओमप्रकाश सिंह व सैकड़ों की संख्या में आमजनमानस उपस्थित रहें।
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