दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस की है उसमे उन्होंने बताया कि इस 19 अप्रेल से Lockdown की प्रक्रिया जारी है उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस ( Press Conference ) में यह बताया है कि इस हफ्ते दिल्ली में क्या खुला रहेगा और क्या बंद रहेगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुख्य एलान
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Chief Minister Arvind Kejriwal ) ने कहा कि अब 400 के करीब दिल्ली हैं केस आ रहे हैं और 0.5 प्रतिशत ही संक्रमण दर ( Infection Rate ) बची है।
आगे भी लॉकडाउन जारी रहेगा लेकिन काफी रियायतें ( considerable concessions ) दी जा रही हैं।
दिल्ली के बाजार पर क्या रिहायत दी .
दिल्ली में सभी बाजार और मॉल ऑड-ईवन के आधार पर खुलेंगे। सुबह 10 बजे से शाम 8.00 बजे तक दुकानें अपने नंबरों के हिसाब से खुलेंगी।
दिल्ली मेट्रो ( Delhi Metro ) 50 प्रतिशत सीट क्षमता ( seat capacity ) के साथ चलेगी। दिल्ली मेट्रो में एक शीट छोड़कर एक व्यक्ति बैठेगा .
दिल्ली के सरकारी दफ्तरों ( Delhi government offices ) में ग्रुप ए के अफसर 100 प्रतिशत और उसके नीचे वाले 50 प्रतिशत ही काम करेंगे।
Delhi में अप्रैल में मामले बढ़ने के बाद और संक्रमण दर ( infection rate )लगभग 36 प्रतिशत तक पहुंचने के बाद दिल्ली सरकार ने मेट्रो का संचालन रोक दिया था। अब राजधानी की संक्रमण दर लगभग आधा प्रतिशत तक पहुंच गई है ( The infection rate of the capital has reached almost half a percent )। ऐसे में अब मेट्रो का संचालन कोविड नियमों का पालन करते हुए सरकार शुरू कर सकती है।
व्यापारी भी कर रहे थे बाजार खोलने की मांग
व्यापारियों के संगठन चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) बीते हफ्ते से ही बाजार खोलने की मांग कर रहा है। इसके लिए व्यापारियों ने सरकार को कई सुझाव भी दिए थे। व्यापारियों का कहना है कि भले ही हफ्ते में कम दिन के लिए बाजार खोले जाएं, ऑड-ईवन नियम के तहत ( under odd-even rule ) खोले जाएं लेकिन अब बाजार खोलने चाहिए। व्यापारियों का ये भी कहना है कि बाजारों के साथ ही सैलून, होटल व बैंक्वेट, मॉल आदि भी खोले जाएं ताकि फिर से व्यसाय शुरू हो सके और लोगों के धंधे पटरी पर आएं।
दिल्ली में निजी दफ्तर दोबारा खोले जा सकते हैं
दिल्ली में सात जून से निजी दफ्तर 50 प्रतिशत कर्मचारी क्षमता के साथ खुल सकते हैं। भले ही दिल्ली में संक्रमण की दर कम हो गई है लेकिन सरकार किसी भी तरह का जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। ऐसे में दफ्तर जरूर खोले जा सकते हैं लेकिन यहां सिर्फ 50 फीसदी तक ही स्टाफ बुलाने की सीमा रखी जा सकती है।
COMMENTS