जाम/ घर के शेर बाहर के लड़ाईयां कहावत को चरितार्थ करती स्थिति इस समय जाम में चल रहे गेंहू उपार्जन केंद्र की बनी हुई है ।सरकार हो समाजसेवी हो या राजनीतिक लोग हो भ्रस्टाचार की जड़े इतनी गहरी हो चुकी है की इसे तोड़ने बगैर सबको साथ आये असंभव है। लोगों की सोच बदलने बहुत प्रयास करना होगा वरना लोग यू ही छले जाते रहेंगे लुटते रहेंगे और भ्रस्टाचारी लोग अवसर का लाभ उठाते रहेंगे आज यह कल कोई ओर।लोग स्वयं से जब तक भय डर हानि लाभ की चिंता किये बगैर मौन धारण करने की बजाय खुलकर विरोध नही करेंगे। किसी भी सिस्टम में सुधार नही होगा। स्वार्थी किस्म के और भोले भाले जो घर के शेर बाहर के लड़ाईयां होते है ऐसे लोगों के कारण पढ़े लिखे लोग भी मजबुरन पिसते है।
प्रताड़ित लोग जब जिम्मेदार अधिकारीयों के समक्ष मुँह खोलने को तैयार ही ना हो तो फिर क्या इंसाफ होगा। अपना काम बनता भाड़ में जाये जनता ऐसे भेड़िये आज भी समाज मे है उक्त बातें आप की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जिला मीडिया प्रभारी राजेश पटेल ने कही है । राजेश पटेल ने बताया कि मामला जाम खरीदी केंद्र से जुड़ा हुआ है यहां ग्राम कन्हरगॉव के किसानों से 15 रुपये क्विंटल तुलाई के नाम से जमकर लुटा जा रहा है जब उपार्जन केंद्र के जिम्मेदार साहू से बात की गई तो उन्होंने पल्ला छाड़ते अपना बचाव करते हुये बताया कि कुछ लोग निजी हमालों से तुलाई करवा रहे होंगे तो कुछ नहीं कह सकते है परंतु उनके तरफ़ से ऐसा कुछ नहीं लिया जा रहा गलत सूचना है।प्रत्यक्षदर्शियों में कन्हरगाव के सरपंच पति गोपाल प्रसाद सनोडिया व अन्य ग्रामवासियों ने बताया कि सच्चाई तो यह है कि यहाँ वर्तमान में हर एक किसानों ने 15 रुपये प्रति किवंटल किसान से वसूली हो रही है।किसानों का कहना है जब सब कोई दे रहा तो हम भी दे रहे कैमरे के सामने या लेने वाले के सामने उनका काम ना बिगड़ जाए के डर से मुँह कोई खोलने को राजी नहीं वही msg मिलने के बाबजूद कम संख्या में पहुँच रही बोरी के लिए मारामारी का फायदा उपार्जन केंद्र के लोग किसानों से लूट कर उठा रहे है क्षेत्रीय व्यापारीयों की अलग चाँदी है जो कईयों किसानों का पंजीयन बटौर सैटिंग से किसानों के ऊपर अपनी दाल गला लाभ ले ऊल्लू सीधा कर रहे है।
वहीँ कुछ किसानों के खेत मे आग लगने के बाबजूद उनके खातों में सेटिंग से ये व्यापारी माल तोल रहे है।तो जली गेंहूसैम्पल पास करने के लिए 2000 लेन देन की बात के साथ बोरीयों की गिनती के बाद चुपके से 15 रुपये क्विंटल स्वयं साहू द्वारा लेने की बात किसान द्वारा उसकी टोटल तुलाई हो जाने तक नाम गोपनीय रखे जाने की शर्त पर बताई गई। खाद अधिकारी से दूरभाष पर औचक निरीक्षण जांच अनियमितताओ पर कार्यवाही की माँग आम आदमी पार्टी के मीडिया प्रभारी राजेश पटेल द्वारा की गई जिस पर अधिकारी द्वारा कार्यालय में उपस्थित होकर शिकायत की बात कहते हुए भाषण सुनने नही बैठे की बात कह कर फोन काट दिया गया।
COMMENTS