गरीबों के ईलाज के लिए मसीहा बन रही जिंदल हॉस्पिटल 
सिवनी में पहली बार दूर्बीन से कंधे की सर्जरी हुई ,सिवनी में पहली बार हुआ आर्थो स्कोपिक बेंकार्ट का सफल ऑपरेशन
जिंदल हॉस्पिटल - डॉ स्वप्निल भेले द्वारा सफल ऑपरेशन के प्रयास जारी सिवनी - मुंबई जैसी महा नगरी में कई सफल ऑपरेशन व बड़े बड़े क्रिकेटरों फिल्म स्टारों का इलाज कर चुके हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्वप्निल भेले ने जिंदल हॉस्पिटल में अपने सेवाओं के दौरान एक बार फिर ऐंसा करनामा कर दिखाया जो बड़े बड़े शहर के डॉक्टर भी नहीं कर पाए,डॉ स्वप्रिल भेले ने पलारी क्षेत्र के ३० वर्षीय निवासी को जो कि पिछले ३ वर्षों से अपने कंधे खिसकने की समस्या ( Shoulder slip problem ) के परेशान था पलारी ३० वर्षीय निवासी का कंधा थोड़ी सी भी धमक से अपनी जगह से अस्थिर हो जाता था, अपनी इस समस्या को पीडि़त ने कई डॉक्टरों को हकीम को कई महानगरों के बड़े बड़े डॉक्टरों से रूबरू कराया ( Got the big doctors involved ) परंतु कहीें भी उसे इस समस्या से निजात नहीं मिली,इसके बाद पीडि़त ३० वर्षीय निवासी जब अपने मित्रों की सलाह ( Friends advice )से जिंदल हॉस्पिटल ( Jindal Hospital ) आया एवं हॉस्पिटल के संचालक श्री अग्रवाल से मिला तो डॉ अग्रवाल ने तुरंत पीडि़ता के ईलाज के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया एवं संबंधित डॉक्टरों से भी चर्चा की,तो एक बार फिर डॉ अग्रवाल ने यह आपरेशन व ईलाज की जिम्मेदारी डॉ भेले को दी और डॉ भेले और उनकी पूरी टीम ने मिलकर एक बार फिर साबित कर दिया के अगर सच्चे मन से कोई कार्य किया जाए जो अंत: उसमें सफलता जरूर मिलती है ,डॉ भेले व उनकी टीम ने मिलकर ३० वर्षीय पलारी निवासी का सफल ऑपरेशन तो किया ही व पाडि़त को हमेशा के लिए उसकी इस गंभीर समस्या से निजात दिलाई।
गरीबों के ईलाज के सामने पैसों का कोई मोल नहीं
३० वर्षीय पलारी निवासी का जो ऑपरेशन बड़े बड़े शहरों में लाखों रूपये का हुआ करता है जिंदल हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर डॉक्टर ( Director Doctor of Jindal Hospital )श्री सुनील ने कम खर्चे में कराया ऑपरेशन हॉस्पिटल की सुनील अग्रवाल के प्रयासों से कम खर्चे में सफल ऑपरेशन हो चुका डॉ स्वप्निल ने बताया कि पहले मैं मुंबई लीलावती हॉस्पिटल ( Mumbai Lilavati Hospital ) में था जहां मैंने अनेक फिल्म सितारों का इलाज भी किया यहां पर भी लोगों का अच्छा उपचार देने का प्रयास है जो ऑपरेशन सिवनी में किया गया अगर यही महानगरों में किया जाता तो लाखों रुपए लग सकते थे लेकिन यहां बहुत कम राशि में किया गया जिसके लिए पीडि़त एवं पीडि़त के परिवार ने श्री अग्रवाल व उनकी पूरी टीम को धन्यवाद प्रेषित किया।
डॉ अग्रवाल एवं डॉ भेले ने बताया की पीडिक़ का कंधा एक साल में तीन बार खिसक गया था जिसके कारण कंधा स्थिर हो जाता था,जिसके बाद हमने इनका MRI किया,जिसमें MRI हमें इनका Soft Bankart Injury 3 to 6 Position Right Shoulder Break यह चोट बतायी गयी,जिसके बाद हमने इनकाArthroscopic Bankart Expair Opreation किया,इसेमें हम दूर्बीन से स्कोप एवं कैमरा डालकर मॉनिटर में देखकर कंधे की टूटे हुए तंतू को बांधकर अंदरूनी टांके लगाए गए थे,बड़े शहरों में अगर यह ईलाज करवाया जाता है जो इसका खर्च लाखें रूपये में होता है परंतु डॉ अग्रवाल ने बहुत ही कम खर्च में पीडि़त की इस गंभीर समस्या से मुक्ति दिला दी। इस सफल ऑपरेशन के दौरान डॉ स्वप्रिल भेले (M.B.B.S/ D-Ortho) डॉ कीरन बेलसरे (M.S. Ortho) डॉ सोलंकी (Anesthesio logist) एवं * डॉ. सुनील कुमार अग्रवाल मैडिसन जनरल फिजिशियन का साथ रहा।

सिवनी में पहली बार दूर्बीन से कंधे की सर्जरी हुई ,सिवनी में पहली बार हुआ आर्थो स्कोपिक बेंकार्ट का सफल ऑपरेशन
जिंदल हॉस्पिटल - डॉ स्वप्निल भेले द्वारा सफल ऑपरेशन के प्रयास जारी सिवनी - मुंबई जैसी महा नगरी में कई सफल ऑपरेशन व बड़े बड़े क्रिकेटरों फिल्म स्टारों का इलाज कर चुके हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्वप्निल भेले ने जिंदल हॉस्पिटल में अपने सेवाओं के दौरान एक बार फिर ऐंसा करनामा कर दिखाया जो बड़े बड़े शहर के डॉक्टर भी नहीं कर पाए,डॉ स्वप्रिल भेले ने पलारी क्षेत्र के ३० वर्षीय निवासी को जो कि पिछले ३ वर्षों से अपने कंधे खिसकने की समस्या ( Shoulder slip problem ) के परेशान था पलारी ३० वर्षीय निवासी का कंधा थोड़ी सी भी धमक से अपनी जगह से अस्थिर हो जाता था, अपनी इस समस्या को पीडि़त ने कई डॉक्टरों को हकीम को कई महानगरों के बड़े बड़े डॉक्टरों से रूबरू कराया ( Got the big doctors involved ) परंतु कहीें भी उसे इस समस्या से निजात नहीं मिली,इसके बाद पीडि़त ३० वर्षीय निवासी जब अपने मित्रों की सलाह ( Friends advice )से जिंदल हॉस्पिटल ( Jindal Hospital ) आया एवं हॉस्पिटल के संचालक श्री अग्रवाल से मिला तो डॉ अग्रवाल ने तुरंत पीडि़ता के ईलाज के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया एवं संबंधित डॉक्टरों से भी चर्चा की,तो एक बार फिर डॉ अग्रवाल ने यह आपरेशन व ईलाज की जिम्मेदारी डॉ भेले को दी और डॉ भेले और उनकी पूरी टीम ने मिलकर एक बार फिर साबित कर दिया के अगर सच्चे मन से कोई कार्य किया जाए जो अंत: उसमें सफलता जरूर मिलती है ,डॉ भेले व उनकी टीम ने मिलकर ३० वर्षीय पलारी निवासी का सफल ऑपरेशन तो किया ही व पाडि़त को हमेशा के लिए उसकी इस गंभीर समस्या से निजात दिलाई।
गरीबों के ईलाज के सामने पैसों का कोई मोल नहीं
३० वर्षीय पलारी निवासी का जो ऑपरेशन बड़े बड़े शहरों में लाखों रूपये का हुआ करता है जिंदल हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर डॉक्टर ( Director Doctor of Jindal Hospital )श्री सुनील ने कम खर्चे में कराया ऑपरेशन हॉस्पिटल की सुनील अग्रवाल के प्रयासों से कम खर्चे में सफल ऑपरेशन हो चुका डॉ स्वप्निल ने बताया कि पहले मैं मुंबई लीलावती हॉस्पिटल ( Mumbai Lilavati Hospital ) में था जहां मैंने अनेक फिल्म सितारों का इलाज भी किया यहां पर भी लोगों का अच्छा उपचार देने का प्रयास है जो ऑपरेशन सिवनी में किया गया अगर यही महानगरों में किया जाता तो लाखों रुपए लग सकते थे लेकिन यहां बहुत कम राशि में किया गया जिसके लिए पीडि़त एवं पीडि़त के परिवार ने श्री अग्रवाल व उनकी पूरी टीम को धन्यवाद प्रेषित किया।
डॉ अग्रवाल एवं डॉ भेले ने बताया की पीडिक़ का कंधा एक साल में तीन बार खिसक गया था जिसके कारण कंधा स्थिर हो जाता था,जिसके बाद हमने इनका MRI किया,जिसमें MRI हमें इनका Soft Bankart Injury 3 to 6 Position Right Shoulder Break यह चोट बतायी गयी,जिसके बाद हमने इनकाArthroscopic Bankart Expair Opreation किया,इसेमें हम दूर्बीन से स्कोप एवं कैमरा डालकर मॉनिटर में देखकर कंधे की टूटे हुए तंतू को बांधकर अंदरूनी टांके लगाए गए थे,बड़े शहरों में अगर यह ईलाज करवाया जाता है जो इसका खर्च लाखें रूपये में होता है परंतु डॉ अग्रवाल ने बहुत ही कम खर्च में पीडि़त की इस गंभीर समस्या से मुक्ति दिला दी। इस सफल ऑपरेशन के दौरान डॉ स्वप्रिल भेले (M.B.B.S/ D-Ortho) डॉ कीरन बेलसरे (M.S. Ortho) डॉ सोलंकी (Anesthesio logist) एवं * डॉ. सुनील कुमार अग्रवाल मैडिसन जनरल फिजिशियन का साथ रहा।
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