मनातू संवाददाता
मिथिलेश कुमार यादव
झारखंड पलामू मनातू: प्रखंड मुख्यालय मनातू अंतर्गत पंचायत डुमरी के ग्राम के दल में आदिम जनजाति के लोग पानी पीने को विवश हैं ग्रामीणों ने बताया कि यहां एक जल मीनार लगा हुआ है परंतु इस जल मीनार को लगे हुए 1 साल से अधिक हो गए हैं ग्रामीणों ने बताया कि इस जल मीनार से लोग 2 से 3 दिन ही पानी पिए हैं इसके उपरांत या जल मीनार मैं मोटर खराब हो गया तथा अन्य सामग्री भी खराब हुई होगी तो हम लोग को मालूम नहीं है जल मीनार के बोर में एक हैंडपंप भी लगा हुआ था जब जल मीनार खराब हो गया था तो उसी हंड पंप के माध्यम ग्रामीण पानी पीते थे ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार के आदमी आया और बोला कि यह हैंडपंप हमारा है
अपना बताते हुए हैंडपंप को खोलकर ऑटो से ले गया। ग्रामीणों ने बताया कि वही ठेकेदार , प्रखंड के पदाधिकारी पंचायत के जनप्रतिनिधि ब्लॉक प्रतिनिधि हैंडपंप की पानी पीते तो नहीं। लेकिन हम सभी आदिम जनजाति के लोग शुद्ध पेयजल के बिना तरस की जिंदगी बीता रहे हैं आखिर इसके पीछे क्या कारण है क्या सभी लोग यही समझते हैं कि ये सभी आदिम जनजाति के लोग कहां जाएंगे क्या कहेंगे यहां के ग्रामीणों ने बताया कि इसकी जानकारी हम लोग पहले भी चैनल के माध्यम से दिया था इसके बाद भी आज तक इस तरह की समस्या को देखने के लिए जनप्रतिनिधि प्रखंड प्रतिनिधि तथा ब्लॉक प्रतिनिधि एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा पीएचडी विभाग आज तक भी इस समस्या को सुनने तथा समझने को नहीं आया ग्रामीणों ने इस तरह की समस्या को सरकार से जवाब मांग रहे हैं कि आखिर इसके पीछे क्या रीजन है जो हम लोग नदी से पानी पीकर अपनी जिंदगी को गुजर बसर कर रहे हैं।
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