जौनपुर ।
प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से क्षेत्र में को रोना महामारी की फैलने का प्रबल आशंका।
घटना का विवरण इस प्रकार है कि आज सुबह 6:00 बजे कोरोना आश्रय स्थल स्वामी स्वामी विवेकानंद कॉलेज मडियाहू जौनपुर में एक ट्रक से लगभग 50 से 60 लोग आए और उन्होंने आश्रय स्थल पर नगर पंचायत मड़ियाहूं के उपस्थित कर्मचारी अमरनाथ विश्वकर्मा व सोनू विश्वकर्मा तहसील द्वारा निश्चित लेखपाल जो आश्रय स्थल पर ड्यूटी लगाई गई है दोनों लोगों से ट्रक से आए हुए लोगों ने बताया कि हम लोग सूरत गुजरात से प्रवासी मजदूर हैं और अपने द्वारा खर्च करके आए हुए हैं ।
आप लोग नियमानुसार मेरा चिकित्सकीय जांच करा लीजिए और उचित हो तो हम लोगों
को क्वॉरेंटाइन स्थल पर रखिए या शासन के निर्देशानुसार जो उचित हो बताएं
उसका हम लोग पालन करेंगे ताकि क्षेत्र में कोरोना महामारी न फैल सके परंतु
दुख का विषय है कि वहां उपस्थित लेखपाल सोनू विश्वकर्मा व नगर पंचायत
कर्मचारी अमरनाथ विश्वकर्मा ने कहा कि आप लोग अपने - अपने गांव में जाइए
और वहां के प्रधान को बता कर उन्हीं के निर्देशानुसार कार्यवाही करिए उस
उपस्थित लेखपाल सोनू विश्वकर्मा व नगर पंचायत कर्मचारी अमरनाथ विश्वकर्मा
द्वारा इतना भी जहमत नहीं उठाया गया है कि उन लोगों का नाम पता किस गांव के
रहने वाले हैं यह भी कार्यवाही नहीं की गई । जिससे कि वह लोग किस गांव के
रहने वाले हैं यह पता चल सके और संपूर्ण लोगों को अपने अपने गांव भेज दिया
गया। जब मुझे संवाददाता द्वारा यह पूछा गया कि आप लेखपाल हैं आपने उन लोगों
को रोककर उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं या जिलाधिकारी को सूचना क्यों नहीं दिया
तो उन्होंने कहा जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं का निर्देश है कि
मेरे आदेश पर ही किसी व्यक्ति को क्वॉरेंटाइन आश्रय स्थल में रखेंगे या
जांच कराएंगे और उनका निर्देश नहीं था इसलिए हम लोगों ने उनको अपने - अपने
गांव भेज दिया जब यह पूछा गया कि आप ने उच्चाधिकारियों को क्यों सूचना नहीं
दिया तो उन्होंने कहा ऐसा मुझे निर्देश नहीं है इसलिए मैंने नहीं किया
लेखपाल सोनू विश्वकर्मा
व नगर पंचायत कर्मचारी अमरनाथ विश्कर्मा का यह कार्य महामारी को बढ़ावा देने में सहयोग करने जैसा रहा जिससे स्थानीय क्षेत्र की जनता प्रवासी मजदूरों द्वारा किए गए कार्यों को सराहनीय माना जा रहा है परंतु प्रशासनिक कर्मचारी द्वारा जो घोर लापरवाही की गई है
इससे यदि उस प्रवासी मजदूरों में एक भी मजदूर कोरोना महामारी से पीड़ित रहा तो मड़ियाहूं तहसील में अब तक जहां एक भी कोरोना पीड़ित नहीं है परंतु यदि इन प्रवासी मजदूरों द्वारा पीड़ित होने पर क्षेत्र में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ने की पूर्णतया आशंका है जिसकी जिम्मेदारी किसकी होगी ज्ञात हो कि वह प्रवासी मजदूर जौनपुर जिले में ट्रक द्वारा प्रवेश करके बिना किसी वाहन पास के मड़ियाहूं थाना अंतर्गत चले आए और कोई जांच भी नहीं हुआ और उसी से अपने गांव को भी चले गए जिनका कोई ग्राम का अता पता भी नहीं है भविष्य में महामारी फैलने कि पूर्णतया आशंका है और यह संपूर्ण लापरवाही प्रशासनिक लापरवाही है।
इससे यदि उस प्रवासी मजदूरों में एक भी मजदूर कोरोना महामारी से पीड़ित रहा तो मड़ियाहूं तहसील में अब तक जहां एक भी कोरोना पीड़ित नहीं है परंतु यदि इन प्रवासी मजदूरों द्वारा पीड़ित होने पर क्षेत्र में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ने की पूर्णतया आशंका है जिसकी जिम्मेदारी किसकी होगी ज्ञात हो कि वह प्रवासी मजदूर जौनपुर जिले में ट्रक द्वारा प्रवेश करके बिना किसी वाहन पास के मड़ियाहूं थाना अंतर्गत चले आए और कोई जांच भी नहीं हुआ और उसी से अपने गांव को भी चले गए जिनका कोई ग्राम का अता पता भी नहीं है भविष्य में महामारी फैलने कि पूर्णतया आशंका है और यह संपूर्ण लापरवाही प्रशासनिक लापरवाही है।
संवाददाता
रवि कुमार केशरी।
क्राइम रिपोर्टर
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