भदोही: लॉक डाउन के बाद वैसे काफी लोग गरीबों की मदद के लिए आगे आए। लेकिन उनमें से कुछ ऐसे भी समाजसेवी व निर्यातक भी है। जो अपना व अपने फर्म का नाम बगैर बताएं गरीबो व असहायों में राहत सामग्री प्रतिदिन बांट रहे है।
कुछ ऐसा ही नजारा शनिवार को रेवड़ा परसपुर में देखने को मिला। जहां पर एक युवा कालीन निर्यातक अपनी आर्टिगा गाड़ी में राशन सामग्री लेकर पहुंचे। जिसे देखने के बाद वहां पर काफी संख्या में गरीब पहुंच गए। जहां उस युवा कालीन निर्यातक द्वारा सभी के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया। लेकिन वही पर कुछ ऐसे भी लोग अपने घरों के बाहर बैठे थे। जिनको वास्तव में राहत सामग्री की आवश्यकता थी। लेकिन वह कुछ कह नहीं पा रहे थे और दूर से ही देख रहे थे। उनके चेहरे पर पड़ी झुर्रियां और मायूसी साफ बता रही थी कि वह इसके जरूरतमंद है। वह युवा कालीन निर्यातक सभी के जाने के बाद अपने घरों के बाहर बैठे लोगों के पास जाकर बैठ गया और उनसे उनकी हालचाल लेने लगे। कोरोना वायरस से लेकर लॉक डाउन तक की बात होने लगी। निर्यातक ने उनसे खाने पीने में कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है। इस बात को लेकर पूछने लगे। लेकिन फिर भी वह नहीं खुल रहे। लेकिन चेहरे की मायूसी बता रही थी कि दिक्कत है। बात बात में उन्होंने अपनी परेशानी को बयां कर दी। ऐसे जरुरतमंदों की जरुरतों को भी उन्होंने पूरा किया। उसके बाद वह अपनी गाड़ी को स्टार्ट कर चलें गए।
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