उत्तर प्रदेश के मथुरा की होली भारत देश में ही नहीं , बल्कि पूरी दुनिया में विख्यात है .
मथुरा में बरसाना की होली के बाद नंदगाँव में लठामार होली का उल्लास छाया हुआ है। बरसाना में होली बनाने के लिए पुरे संसार से लोग आते है बृहस्पतिवार सुबह से ही नंदभवन में रसिया गायन हो रहा है। इस अनूठी परंपरा के देश-विदेशों के हजारों श्रद्धालु साक्षी बनेंगे। वृन्दावन हमेशा से धर्म के छेत्र में सबसे आगे रहा है .
बरसाना की सखी स्वरूप ग्वाल नंदगांव में होली का फगुआ मांगने आएंगे। हुरियारे ढालों को लेकर नंदगांव की गलियों में लाठियां खाने को लालायित हैं। यहां की हुरियारिनों भी प्रेमपगी लाठियों से उनका स्वागत करेंगी।
यहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। हंसी-ठिठोली करते हुए हुरियारे नंदभवन में नंदबाबा से शिकायत करेंगे कि नंदगांव के हुरियारे बरसाने में बिना फगुआ दिए लौट आए थे।
बरसाना की लठामार होली चौक में आयोजित होने वाली अलौकिक लीला के दर्शन होंगे। इस लीला के प्रमुख पात्र राधाकृष्ण ध्वज के रूप में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होंगे, तो बरसाने के ग्वाल और नंदगांव की ग्वालिन सहनायक और नायिका की भूमिका में रहेंगे।
उत्तर प्रदेश के नंदगाँव में आयोजित होने वाली लठामार होली के लिए हुरियारिनों में भारी जोश है। होली में राधाजी की तरह सुंदर दिखने के लिए हाथों में मेहंदी और पांवों में महावर लगवा रही हैं।
मथुरा वृन्दावन में पहली बार होली खेल कर आए हुरियारों के घरों में देर रात मंगलगीत गाए गए। इस दौरान घर की महिलाओं ने नव प्रशिक्षु हुरियारे की मंगल कामना ब्रजराज से की। मंगलगीत में शामिल महिलाओं को मिठाई एवं उपहार भेंट किए गए।
मथुरा में बरसाना की होली के बाद नंदगाँव में लठामार होली का उल्लास छाया हुआ है। बरसाना में होली बनाने के लिए पुरे संसार से लोग आते है बृहस्पतिवार सुबह से ही नंदभवन में रसिया गायन हो रहा है। इस अनूठी परंपरा के देश-विदेशों के हजारों श्रद्धालु साक्षी बनेंगे। वृन्दावन हमेशा से धर्म के छेत्र में सबसे आगे रहा है .
बरसाना की सखी स्वरूप ग्वाल नंदगांव में होली का फगुआ मांगने आएंगे। हुरियारे ढालों को लेकर नंदगांव की गलियों में लाठियां खाने को लालायित हैं। यहां की हुरियारिनों भी प्रेमपगी लाठियों से उनका स्वागत करेंगी।
यहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। हंसी-ठिठोली करते हुए हुरियारे नंदभवन में नंदबाबा से शिकायत करेंगे कि नंदगांव के हुरियारे बरसाने में बिना फगुआ दिए लौट आए थे।
बरसाना की लठामार होली चौक में आयोजित होने वाली अलौकिक लीला के दर्शन होंगे। इस लीला के प्रमुख पात्र राधाकृष्ण ध्वज के रूप में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होंगे, तो बरसाने के ग्वाल और नंदगांव की ग्वालिन सहनायक और नायिका की भूमिका में रहेंगे।
उत्तर प्रदेश के नंदगाँव में आयोजित होने वाली लठामार होली के लिए हुरियारिनों में भारी जोश है। होली में राधाजी की तरह सुंदर दिखने के लिए हाथों में मेहंदी और पांवों में महावर लगवा रही हैं।
मथुरा वृन्दावन में पहली बार होली खेल कर आए हुरियारों के घरों में देर रात मंगलगीत गाए गए। इस दौरान घर की महिलाओं ने नव प्रशिक्षु हुरियारे की मंगल कामना ब्रजराज से की। मंगलगीत में शामिल महिलाओं को मिठाई एवं उपहार भेंट किए गए।
COMMENTS