गिरिडीह : बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं देने के विरोध में सोमवार को शहर में भाजपाइयों ने मुख्यमंत्री हेमंत सरकार का पुतला फूंका। झंडा मैदान से काफी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में टावर चौक पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री का पुतला फूंका गया। इस क्रम में भाजपाइयों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने कहा कि बाबूलाल मरांडी आदिवासियों के सर्वमान्य नेता है। पूरे नियम के साथ झाविमो को भाजपा में विलय करने और चुनाव आयोग से मान्यता मिलने के बाद उन्हें सरकार नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने में अनावश्यक विलंब कर रही है। इसका जवाब जनता देगी। इसी के विरोध में सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया।
चेतावनी दी गई कि यदि इसके बाद भी बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं मिला तो भाजपा आने वाले दिनों में इससे भी बड़ा आंदोलन करके हेमंत सोरेन सरकार को ठप कर दिया जाएगा। मरांडी की लोकप्रियता से हेमंत सरकार घबरा गई है। कहीं ऐसा न हो कि आने वाले दिनों में भाजपा के उग्र आंदोलन के कारण मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार से भी बदतर स्थिति झारखंड सरकार की हो जाए, क्योंकि झामुमो तथा कांग्रेस के कई विधायक भाजपा के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं। सभा को जिलाध्यक्ष सुनील अग्रवाल, पूर्व मंत्री चंद्र मोहन प्रसाद, पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार आदि ने भी संबोधित किया।
मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष प्रणव वर्मा, जिला उपाध्यक्ष महादेव दूबे, के अलावा बाबूल प्रसाद गुप्ता, यदुनंदन पाठक, विनय शर्मा, अरुण हाजरा, देवराज, शुकदेव प्रसाद साहू, विवेश जालान, दारा हाजरा, संजीत सिंह पप्पू, अर्जुन वर्मा, मनोहर राम, हरमिदर सिंह बग्गा, चुन्नूकांत सहाय, राधे प्रसाद जायसवाल आदि उपस्थित थे।
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