दुमका: गोपीकांदर थाना क्षेत्र के जंगल मे लड़की के दोस्त ने अपने अन्य सात साथियो के साथ गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया। मामला 24 मार्च का है जब शहर में लॉक डाउन के कारण कॉलेज बंद हो गया तो प्राइवेट हॉस्टल मे रहने वाली छात्रा अपने सहेली के स्कूटी से गोपीकांदर के कारुडीह मोड़ पहुंची जहाँ से उसकी सहेली पाकुड़ अपने घर के लिए निकल गई। कारूडीह मोड़ से उसने अपने पिता को फोन किया और लेने के लिए आने को कहा लेकिन काफी इंतजार के बाद उसके पिता नहीं आये तो उसने अपने कॉलेज के दोस्त प्रसन्नजीत उर्फ विक्की हांसदा को फ़ोन किया। विक्की उसको लेने अपने बाईक से पहुंचा और जंगल के रास्ते लेकर जाने लगा तो पीड़िता ने आपत्ति की उसे इस रास्ते से क्यों ले जा रहा है। विक्की ने बहाना बनाया की लॉक डाउन के कारण पुलिस मुख्य मार्ग से नहीं जाने देगी। गाडियापानी के जंगल मे शौच के बहाने विक्की ने बाईक रोका और फ़ोन कर अन्य दोस्तों को बुलाकर अपनी ही दोस्त का गैंग रेप किया। पीड़िता हैवानियत के इस पीड़ा से बेहोश हो गई तो दरिंदे उसे मरा हुआ समझ कर भाग गए। दूसरे दिन होश आने पर वह घसीटती पगडण्डी तक पहुंची तो गाँव वालो ने उसे गोपीकांदर थाने पहुँचाया तो मामले का खुलासा हुआ। पीड़िता को मेडिकल जाँच और इलाज के लिए दुमका मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया जबकि आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जब इस बात की पड़ताल किया की पिता को फोन करने पर वह क्यों नहीं आया तो पीड़िता के पिता ने ऑफ द कैमरा बात करते जानकारी दिया की बेटी का फोन आया था लेकिन गाँव के लोगो के साथ मछली पकड़ते शाम हो गया और अंधेरा घिरने लगा तो उसे जंगल के रास्ते बेटी को लाने मे डर लगने लगा इसलिए नहीं गया। अपनों ने ध्यान नहीं दिया तो दोस्तों की याद आयी लेकिन दोस्त तो अस्मत का लुटेरा निकला जिसने उसकी जिंदगी को लहूलुहान कर दिया।
इस मामले पर संथाल परगना प्रक्षेत्र के डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने कहा की गंग रेप के मामले मे एसआईटी गठित की गई है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ़्तारी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा की दुमका कोर्ट ने तीन अपराधियों को नाबालिक के गैंग रेप और हत्या के आरोप मे फांसी जैसी कड़ी सजा सुने गई लेकिन यहाँ के युवाओं पर लगता इसका कोई असर नहीं हुआ। यह विकृत मानसिकता का परिणाम जिसे युवा नहीं समझ पा रहे है। उन्होंने कहा की दुमका पुलिस काफी संवेदानापूर्ण और वैज्ञानिक तरीके से काम कर रही। जल्द ही अपराधी पकडे जायेंगे।
इस मामले पर संथाल परगना प्रक्षेत्र के डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने कहा की गंग रेप के मामले मे एसआईटी गठित की गई है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ़्तारी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा की दुमका कोर्ट ने तीन अपराधियों को नाबालिक के गैंग रेप और हत्या के आरोप मे फांसी जैसी कड़ी सजा सुने गई लेकिन यहाँ के युवाओं पर लगता इसका कोई असर नहीं हुआ। यह विकृत मानसिकता का परिणाम जिसे युवा नहीं समझ पा रहे है। उन्होंने कहा की दुमका पुलिस काफी संवेदानापूर्ण और वैज्ञानिक तरीके से काम कर रही। जल्द ही अपराधी पकडे जायेंगे।
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