कण्डीसौड़।। थौलधार विकासखण्ड मुख्यालय के आस-पास स्थित गांवों में पिछले कुछ दिनों से गुलदारों की सक्रियता की सूचना निरन्तर मिल रही है।
गुलदार अब तक कई पशुओं को निवाला बना चुका है।कण्डीसौड़ के आसपास काफी समय से गुलदारों की सक्रियता से क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है।
ग्राम साणौं के रामनारायण खण्डूड़ी की लगभग साढ़े चार वर्षीय गाय जो कि छ: माह की गाभिन थी।
सोमवार शाम को घर के पास खेतों में चुगाने के लिए खोली हुई थी। छ:बजे घर लाने के लिए ढूंढी तो गाय नहीं मिली लगातार ढूंढ करने पर मंगलवार प्रातः आठ बजे गाँव से सौ मीटर दूर खंणीगाड में झाड़ियों के बीच मृत मिली गाय का पिछला हिस्सा खाया हुआ था।
गाँव के बुजुर्गों का कहना है कि इस तरह पशु को खाने का व्यवहार बच्चे वाली गुलदार का है,गले एवं पेट पर नाखून व दांतों के निशान हैं।
इससे पूर्व रविवार को साणौं की श्रीमती कमला देवी (62वर्ष) पत्नि स्व० अमरदेव दोपहर बारह बजे गाँव के पास खेतों में घास काट रही थी तभी गुलदार दहाड़ता हुआ उनकी तरफ आया तो वह पास पेड़ पर चढ़ गयी। तभी आस पास और महिलाओं ने शोर मचा दिया तो गुलदार दहाड़ता हुआ झाड़ियों में घुस गया।
विगत गुरुवार को पास के गाँव जसपुर में बदामुलाल का कुत्ता घर के आंगन से गुलदार उठा ले गया।जबकि उस समय कुत्ते के पास ही उनके पोते भी खेल रहे थे वह बच गए।
ग्राम सुनारगांव में अब तक एक पालतू कुत्ता व लगभग आधा दर्जन बेसहारा गौ वंश को पिछले तीन माह में निवाला बनाया जा चुका है।
साणौं-ढरोगी के ग्राम प्रधान मुकेश रतूड़ी, सुनारगांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य धनबीर पुरषोड़ा,कण्डी की प्रधान श्रीमती नीलम कुमाईं आदि का कहना है कि क्षेत्र में बाघ एवं गुलदार पुराने समय से ही रहते आए हैं किन्तु आवादी की तरफ कभी सक्रियता नहीं देखी गई।पिछले कुछ वर्षों से यह महसूस हो रहा है कि गुलदारों के निरन्तर प्रजनन से क्षेत्र के बीस किलोमीटर में इनकी संख्या बहुत हो गई है। जो कभी भी जनहानि के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। वन विभाग से मांग की जाती है कि कोई अप्रिय घटना होने या नरभक्षी होने से पहले ही गुलदारों की गणना के लिए इस क्षेत्र में धरातल पर योजना बनाई जाए एवं वन धनत्व के हिसाब से अतिरिक्त को पकड़ कर अन्यत्र शिफ्ट किया जाए। ग्रामीणों को पशु हानि का मुआवजा अविलम्ब भुगतान किया जाए।
मौके पर पहुंचे वन दरोगा सुरेन्द्र दत्त सेमवाल का कहना है कि घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को भेजने के साथ ही गाय का पंचनामा कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है।
आज से ही क्षेत्र में गस्त की जाएगी।कल तक फ्लेस लाइट युक्त वाहन पहुंचने पर रात्रि गस्त बढ़ाई जायेगी। ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत के साथ जागरूक भी किया जा रहा है।
ग्रामीणों की मांग से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है।
मौके पर वन बीट अधिकारी नरेंद्र सिंह नेगी, वीट सहायक सोबन सिंह महर आदि मौजूद रहे।
प्रगति मीडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।।
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