*पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा का सोनभद्र में शिक्षा, स्वास्थ, ट्रेन आदि मूलभूत सुविधाएं देने की मांग*
सोनभद्र। अलग पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा की एक बैठक वार्ड नंबर 20, अशोकनगर, बढौली, रावर्ट्सगंज सोनभद्र में दिन के 10 बजे वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव एड पवन कुमार सिंह ने कहा है कि सोनभद्र आदिवासी, पहाड़ों एवं वनों से आच्छादित अधिकांश भाग वाला जनपद है। यहां आदिवासी, गरीब निवास करते हैं। इनका मुंबई, चेन्नई, कोलकाता एवं दिल्ली जाने के लिए सोनभद्र से कोई साधन नहीं है। इसलिए दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद एवम् कोलकाता के लिए शीघ्र ट्रेन चलाये जाने की मांग की । मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल प्रताप पटेल एडवोकेट ने कहा कि सोनभद्र उत्तर प्रदेश में क्षेत्रफल के हिसाब से बड़ा जिला है। यह भारत का एकमात्र जिला है जो चार राज्यों की सीमा को स्पर्श करता है। किंतु स्वास्थ्य एवं शिक्षा का बहुत ही अभाव है इसके लिए सोनभद्र जनपद में एम्स जैसा उच्च स्वास्थ्य संस्थान एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना किया जाय। मोर्चा के कोषाध्यक्ष काकू सिंह ने कहा कि सोनभद्र में जल पर अब संकट मंडरा रहा है. यहां पर हर साल दो से तीन मीटर जल स्तर कम हो रहा है. सोनभद्र में लगभग 25 सालों से पानी की समस्या और जल प्रदूषण का गंभीर मसला बना हुआ है प्रदूषित पानी की वजह से यहां के 10 विकास खण्डों में लगभग 26 गांव पिछले 20 साल से फ्लोरोसिस जनित दिव्यांगता विकलांगता से पीड़ित है।
इस अवसर पर रामगोपाल दुबे,संदीप जायसवाल, वीरेंद्र कुमार सिंह,अशोक कुमार कनौजिया, ईश्वर जायसवाल, संतोष चतुर्वेदी, पवन कुमार द्विवेदी, नवीन कुमार पांडेय, दीप नारायण पटेल, अशोक सिंह आदि मौजूद रहे।
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