वन मंत्री के सहयोग से शिक्षक दिवस के मौके पर आयोaaजित सम्मान समारोह में
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए 80 शिक्षकों को सम्मानित किया।
कोटद्वार। बालासौड़ स्थित संगम रिजोर्ट में आयोजित सम्मान समारोह का शुभारंभ बतौर
मुख्य अतिथि वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आयोजन किया। वन मंत्री के सहयोग से शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए 80 शिक्षकों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को शिक्षाविद और बहुआयामी प्रतिभा का धनी बताया कहा कि वह सभी को शिक्षा उपलब्ध कराने के हमेशा पक्षधर रहे।
उनका शिक्षकों के प्रति काफी सम्मान था। इसीलिए उन्होंने अपने जन्म दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने राष्ट्र को पुनः विश्व गुरू के रूप में अंतरराष्ट्रीय पटल में पहचान दिलाने के लिए शिक्षा जगत में अभिनव प्रयोग करने पर जोर दिया। साथ ही शिक्षकों से समाज में व्याप्त बुराइयों को खात्मे के लिए आगे आने का आह्वान किया। इस मौके पर डॉ. नंद किशोर ढौंडियाल अरूण, सत्य प्रकाश थपलियाल, पीजी कालेज कोटद्वार की प्राचार्य प्रो. जानकी पंवार, प्रो. दिनेश मोहन शर्मा, चंद्रपाल सिंह, डॉ. अरूण
मिश्रा, डॉ. विनय मोहन शर्मा, बीना मित्तल, रेणुका गुसाईं, डॉ. दीपका, डॉ. नागेंद्र ध्यानी, डॉ. सौरभ, ललन बुडाकोटी, प्रवेश नवानी, डॉ. ख्यात सिंह चौहान, दिनेश कुकरेती, सुनील रावत, संतोष नेगी समेत करीब 80
शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता उमेश त्रिपाठी, भुवनेश खर्कवाल, सुमन कोटनाला, पूर्व पालिकाध्यक्ष रश्मि सिंह,
अभिलाषा भारद्वाज, रेनू कोटनाला आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.
पदमेश बुड़ाकोटी ने किया।
रिपोर्टर - भारत सिंह रैक्वाल
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