तो.......5 किलोमीटर घूम कर आना- जाना पड़ेगा
मियाद खत्म, पुल निर्माण अधूरा
छपारा - नगर के मुख्य मार्ग में स्थित ब्रिटिश कालीन चमरया नाले पर बने पुल को तोड़कर उच्च स्तरीय पुल निर्माण में विभागीय और ठेकेदार की लापरवाही के चलते मियाद खत्म होने के बाद भी पुल निर्माण आधा अधूरा पड़ा हुआ है। जिसके चलते तेज बरसात के कारण वैकल्पिक मार्ग में बने रपटे के ऊपर पानी आ जाने और तेज बहाव के चलते नगर के आम नागरिकों को 5 किलोमीटर घूम कर बस्ती आना जाना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि छपारा बस स्टैंड और बस्ती को जोड़ने वाले चमरया नाले पर उच्च स्तरीय पुल का भूमि पूजन 21 नवंबर 2020 को केवलारी विधायक राकेश पाल के द्वारा किया गया था। जिसके बाद ब्रिटिश कालीन पुल को तोड़ा जाकर लगभग एक करोड़ की लागत से गणेश बिल्डकॉन कंपनी गोटेगांव के द्वारा उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य किया जा रहा है। लेकिन 7 माह और मियाद खत्म होने के बाद भी पुल निर्माण कार्य आधा अधूरा पड़ा हुआ हैं।
## रपटे से हो रहा आवागमन ##
बता दें कि चमरया नाले पर स्थित ब्रिटिश कालीन पुल को तोड़े जाने और पुल निर्माणधीन होने के बावजूद संबंधित ठेकेदार और जिम्मेदार विभाग ने नगर को जोड़ने और आवागमन के लिए डायवर्सन तक नहीं बनाया। जिसके चलते एनएच 7 पर स्थित संजय कॉलोनी चौराहा और खेरमाई होते हुए एक पुराने छोटे रपटे से नगर का संपर्क और आवागमन जुड़ा हुआ हैं। बता दें कि बरसात का समय शुरू हो गया है और थोड़ी ही बारिश के चलते इस रपटे के ऊपर कई फिट पानी भरने के साथ अत्यंत तीव्र बहाव बना रहता हैं। ऐसे में नगर के आम नागरिकों को बस स्टैंड से फोर लाइन स्थित लालमाटी होते हुए छपारा नगर की पुरानी बस्ती के अंदर 5 किलोमीटर घूम कर आना जाना पड़ेगा।
## वाह-वाही लूटने वाले लापता ##
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