Corona Virus महामारी से आज पूरी दुनिया परेशान है . लोगों के पास केवल एक ही उम्मीद है कि वह एक अच्छे डॉक्टर के पास जाए और उनका वहा बेहतर इलाज़ हो सके .
इस बीच एक निजी अस्पताल की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है। परिजनों का आरोप है कि मरीज को कोवा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां पर उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बताई गई ( Report reported to be Corona positive )। भर्ती होने के बाद मरीज ने घरवालों को फोन कर कहा कि "मुझे इस हॉस्पिटल से निकाल लो नहीं तो यह लोग मार देंगे. ( Take me out of this hospital or else this people will kill )" और अगली सुबह ही उसकी मौत हो गई।
Corona Virus से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है । ( The number is increasing. ) पर जब इस तरह की खबर सामने आती है तो इंसानियत जंजूर जाती है.
दरअसल, कोरोना महामारी से एक ओर जहां लोगों की संक्रमण से मौत हो रही हैं, ( Death due to infection, ).वहीं दूसरी ओर अस्पताल पर इलाज में लापरवाही और पैसा वसूली का आरोप ( Accused of negligence and money recovery ) भी लग रहा है।14 अप्रैल को अमीनाबाद निवासी मोहम्मद कलाम को निमोनिया की शिकायत पर कोवा अस्पताल में भर्ती कराया गया ( Admitted to cova hospital ) था।
जहां पर डॉक्टरों की लापरवाही के चलते कलाम की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि कलाम को वेंटिलेटर पर रखकर भी धन उगाही करने की कोशिश की ( Tried to raise money )गई है।
मौत अमीनाबाद मारवाड़ी गली के रहने वाले मोहम्मद कलाम को निमोनिया की शिकायत थी। 12 अप्रैल को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया ( Admitted to private hospital )। कलाम की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद 13 अप्रैल उसे निजी अस्पताल से बलरामपुर अस्पताल भेजा दिया गया। वहां भी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद बलरामपुर अस्पताल से डिस्चार्ज ( Hospital discharge )करने की बात कही गई। तभी एंबुलेंस चालक की मदद से कलाम को कोवा अस्पताल ( Kova Hospital )मुंसी पुलिया पर भर्ती कराया गया। परिजनों का आरोप है कि मरीज को कोवा हॉस्पिटल में 14 अप्रैल की सुबह भर्ती कराया गया था जहां पर उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बताकर कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया गया।( The report was admitted to the Kovid ward citing Corona positive. )
परिजनों का कहना उनके मरीज की हालत में सुधार था और वह खुद से चल-फिर भी रहे थे, लेकिन अस्पताल में भर्ती करने के बाद ही उनकी दूसरे दिन मौत हो गई है।हॉस्पिटल प्रशासन पर गंभीर आरोप ( Serious allegations on hospital administration ) परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कोवा हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद दिनभर उन्होंने फोन पर वीडियो कॉल पर कलाम से बात ( Talk to Kalam on video call ) की। भर्ती होने के बाद कलाम ने घरवालों को फोन कर कहा कि "मुझे इस हॉस्पिटल से निकाल लो नहीं तो यह लोग मार देंगे। " परिजन जब कलाम को समझाने लगे तो उसने कहा- "अगर यकीन नहीं है तो सुबह तक हम जीवित नहीं मिलेंगे." और ऐसा ही हुआ। परिजनों का आरोप ( Family charges ) है कि जब हॉस्पिटल के डॉक्टर जावेद से बात की गई उन्होंने गोलमोल जवाब दिया, लेकिन मरीज से बात नहीं कराई गई।
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